Device Safety: वर्तमान समय में टेक्नोलॉजी काफी आगे बढ़ चुकी है. जिसके बारे में हम रोज सुनते या पढ़ते रहते हैं. इस टेक्नोलॉजी ने हम सबकी लाइफ को काफी आसान बना दिया है, तो वहीं दूसरी तरफ यह किसी न किसी तरह से हमें नुकसान भी पहुंचा रही है. जिससे हमें सावधान रहने की जरुरत है. ये सभी उपकरण इंटरनेट से जुड़े होने के कारण और खतरनाक हो सकते हैं. हम आपको इनसे बचने के लिए कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं, ताकि आप सावधानी बरत सकें.
कैसे होती है हैकिंग ?
किसी भी डिवाइस को हैक करने के लिए हैकर्स आपके मोबाइल, लैपटॉप, डेस्कटॉप या कोई भी ऐसी डिवाइस, जिसे इंटरनेट से कनेक्ट किया जा सकता हो, को हैक कर सकते हैं. इसके लिए साइबर क्रिमिनल्स या साइबर अटैकर्स, ईमेल या मैसेज का प्रयोग कर, सेंध लगाने की कोशिश करते हैं. जब भी कोई यूजर इंटरनेट पर अपनी पसंद की चीज देखते हुए या अपने ईमेल और मैसेज से जुड़ी फाइल या लिंक को ओपन करता है, तो हैकर्स का रास्ता आसान कर देता है.
कैमरा हैकिंग है सबसे खतरनाक
वैसे तो पूरी डिवाइस का हैक होना ही खतरनाक होता है. क्योंकि डिवाइस में आपकी व्यक्तिगत से लेकर, प्रोफेशनल तक की तमाम जानकारी होती है. लेकिन जब हैकर्स आपके कैमरे पर भी कंट्रोल कर लेते हैं. तो आपके लिए काफी मुश्किल हो सकती है. इसके लिए हैकर्स आपकी इंटरेस्टेड वेबसाइट के लिंक को मेल के जरिये भेजते हैं. जैसे ही यूजर इन लिंक पर क्लिक करता है, तो वेबसाइट, यूजर के सिस्टम में RAT (रिमोट एक्सेस ट्रोजन) की एक्सिस मांगती और एक्सिस देने का मतलब 'चोर के लिए अपने घर का दरबाजा खुला छोड़ने' जैसा होता है. स्कैमर्स सबसे पहले आपकी डिवाइस में स्पाइवेयर इंस्टाल करते हैं. ताकि आपकी डिवाइस पूरी तरह उनके कब्जे में आ जाये.
हैकिंग से कैसे बचें
- इससे बचना काफी आसान है, अगर आप जरा सी सावधानी बरतें तो.
- किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करे.
- कोई भी ऐसा मेल जो आपके मतलब का न हो, उसे ओपन न करें.
- अपने डिवाइस में कोई भी ऐप केवल ऑफिशियल स्टोर से ही डाउनलोड करें.
- डिवाइस के कैमरे के लिए कवर का इस्तेमाल करें.
- अपनी डिवाइस को हमेशा अपडेट रखें.
- अपनी डिटेल्स किसी के साथ भी शेयर न करें.