एलायंस ऑफ डिजिटल इंडिया फाउंडेशन (एडीआईएफ) ने इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) से गूगल सर्च पर फर्जी विज्ञापनों के कारण ऑनलाइन घोटालों के प्रसार को रोकने का आग्रह किया है. आईटी सचिव अल्केश कुमार शर्मा को संबोधित एक पत्र में, फाउंडेशन ने ऑनलाइन भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए झूठे विज्ञापनों के पर्याप्त विनियमन का आग्रह किया.


उद्योग निकाय ने हाल ही में Google पर मोबिक्विक के कस्टमर सपोर्ट नंबर के रूप में जालसाजों के विज्ञापन नंबरों के विज्ञापन की एक घटना की ओर इशारा किया. सर्च इंजन पर मोबिक्विक हेल्पलाइन नंबर का सबसे टॉप रिजल्ट, वास्तव में, एक गलत लिंक है - जिसके माध्यम से घोटालेबाज यूपीआई ट्रांस्फर के लिए पूछते हैं या यूपीआई पुल अनुरोध भेजते हैं - जिसका उद्देश्य मदद चाहने वालों को ठगना है.


एडीआईएफ के कार्यकारी निदेशक सिजो कुरुविला जॉर्ज ने कहा, "एक बड़ा कंसर्न झूठे विज्ञापनों पर पर्याप्त विनियमन की कमी है और इंटरनेट पर भारतीयों की सुरक्षा की तत्काल आवश्यकता है."


फाउंडेशन ने दावा किया कि Google जैसी टेक फर्म इन विज्ञापनों को होस्ट करने और उनसे मुनाफा कमाने के लिए मोटी फीस लेती हैं. पत्र में कहा गया है कि ये धोखाधड़ी वाले विज्ञापन इन टेक्नोलॉजी फर्मों के राजस्व का एक जरूरी हिस्सा देते हैं, जबकि यूजर्स को हाई रिस्क में डालते हैं.


जॉर्ज ने कहा, "बड़ी टेक फर्मों द्वारा अपने प्लेटफॉर्म का दुरुपयोग अनियंत्रित हो रहा है और भारतीय नागरिक इसकी कीमत चुका रहे हैं." ADIF ने लोगों के लिए इंटरनेट को सुरक्षित बनाने के लिए एक मजबूत तंत्र विकसित करने में मदद करने के लिए MeitY के साथ बैठक का अनुरोध किया है.


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