आप भी कई बार इस कंफ्यूजन में रहते होंगे कि एंड्रॉयड फोन अच्छा होता है या फिर आईफोन. बहरहाल आपको जो भी अच्छा लगता हो लेकिन दुनिया के तीसरे अमीर व्यक्ति बिल गेट्स को एंड्रॉइड फोन ज्यादा पसंद आता है. दरअसल हाल ही में बिल गेट्स ने एक टेक ऑडियो बेस्ट सोशल मीडिया नेटवर्क पर इंटरव्यू देने के दौरान पत्रकार एंड्रयू रॉस सोरकिन को बताया कि डेली यूज़ में वे एंड्रॉयड फोन को यूज करते हैं, लेकिन कुछ कामों के लिए जैसे कि Clubhouse ऐप को यूज करने के लिए उन्हें आईफोन की जरूरत पड़ जाती है. बिल गेट्स का कहना है कि एंड्रॉयड मोबाइल्स का फ्लैक्सिबल इकोसिस्टम उन्हें काफी अच्छा लगता है, क्योंकि कुछ pre-installed माइक्रोसॉफ्ट के सॉफ्टवेयर उनके काम को आसान बना देते है. यही वजह है कि डेली यूज़ में वह आईफोन की बजाय एंड्रॉयड फोन को प्रेफर करते हैं.
बिल गेट्स ने कहा 2019 में की थी गलती
2019 में बिल गेट्स ने कहा था कि उनकी अब तक की सबसे बड़ी गलती ये थी कि उन्होंने एंड्रायड को हाथ से जाने दिया, जिसका पूरा फायदा गूगल ने उठाया है. आपको बता दें कि नॉन एप्पल प्लेटफार्म पर पूरी दुनिया में एंड्रायड सॉफ्टवेयर ही अपनी जगह बनाए हुए हैं, जो कि गूगल के पास हैं. पिछले साल गूगल ने एंड्रॉयड 11 को लॉन्च किया था और इस साल एंड्रॉयड 12 को लॉन्च करने की तैयारी में है.
एंड्राएड सॉफ्यवेयर ने बनी
एंड्रॉयड और आईओएस के ऑपेरेटिंग सिस्टम में सबसे बड़ा अंतर ये है कि एंड्रॉयड ओपन सोर्स और फ्री है. जबकि एप्पल का iOS पूरी तरह से बंद है. मतलब उसमें कुछ भी छेड़ छाड़ नहीं किया जा सकता है. जैसे कि iOS में हम डिफॉल्ट ब्राउजर को सफारी से गूगल क्रोम में नहीं बदल सकते है.
एप्पल के अंदर इन डिफॉल्ट्स ऐप में प्रतिबंधन रोक होती हैं, जिससे इन्हें इस्तमाल करने में काफी दिक्कत आती है और साथ ही आप इसमें कुछ नया नहीं कर सकते. वही एंड्रॉयड में ओपन सोर्स के होने से आप इसमें अपनी मनचाही ऐप्स को इस्तमाल कर सकते हैं.
इसे भी पढ़ेंः
Elon Musk भारत में लेकर आ रहे इंटरनेट सर्विस, 300 Mbps की स्पीड का किया दावा