नई दिल्लीः एंड्रॉयड यूजर्स पर नए मालवेयर Judy 'जूडी' का खतरा मंडरा रहा है. गूगल प्ले स्टोर पर लगभग 41 एप में Judy मैलवेयर पाया गया है. चेक प्वॉइंट सेक्योरिटी रिसर्च फर्म की रिपोर्ट के मुताबिक इस मैलवेयर से लगभग 3.6 करोड़ यूजर प्रभावित हुए हैं.


इस मैलवेयर को गंभीरता से लेते हुए गूगल ने अपने प्ले स्टोर से प्रभावित एप को हटा दिया है.


चेक प्वाइंट के ब्लॉगपोस्ट के मुताबिक Judy मैलवेयर एक ऑटो क्लिकिंग एडवेयर है जिसे साउथ कोरिया की कंपनी ने डेवलप किया है जिसका नाम किनिविनि है. ये एप एंड्रॉयड और आईओएस दोनो ही प्लेटफॉर्म के लिए डेवलप की गई है. ये मैलवेयर एडवरटाइज़मेंट पर फाल्स क्लिक जुटाता है और इस क्लिक से मैलवेयर से इसके पीछे के लोगों के लिए रेवेन्यू जेनरेट होता है.


इस मैलवेयर एप्स को 40 लाख से लेकर 1.8 करोड़ तक लोगों ने डाउनलोड किया है.


क्या है Judy मैलवेयर?


Judy मैलवेयर का काम फाल्स क्लिक बटोरना है और इस फाल्स क्लिक के जरिए डेवलपर्स का रेवेन्यू बढ़ता है. अगर इस मैलवेयर का एप आपके स्मार्टफोन में डाउनलोड हो जाए तो ये आपके डिवाइस कमांड सर्वर पर पूरी तरह हावी हो जाता है. और इससे गलत तरह के लिंक और एड क्लिक होने लगते हैं. हर क्लिक के बदले वेबसाइट डेवलपर मैलवेयर डेवलपर को भुगतान करता है. इस तरह मैलवेयर डेवलपर की कमाई होती है.


गूगल प्ले स्टोर जो एप रिस्क और मैलवेयर को आसानी से पहचान लेने का दावा करता है, उसमें इस बार गूगल की प्ले स्टोर की सेक्योरिटी में ब्रीच करते हुए इस मैलवेयर ने 3.6 करोड़ एंड्रॉयड यूजर्स को प्रभावित किया है.