अमेरिका में ट्विटर और चीनी वीडियो शेयरिंग ऐप टिक-टॉक का विलय हो सकता है. डो-जोंस की एक रिपोर्ट में कहा गया है आपसी विलय के लिए दोनों में बातचीत चल रही है और संभव है यह सौदा हो जाए.डो-जोंस ने कहा है कि सौदे पर बातचीत हो रही है लेकिन यह पूरा हुआ नहीं इसका पता नहीं चल पाया है. ट्विटर का कहना है कि चूंकि यह छोटी कंपनी इसलिए इसे माइक्रोसॉफ्ट या दूसरे संभावित खरीदारों की तरह एंटी ट्रस्ट जांच का सामना नहीं करना पड़ेगा. माइक्रोसॉफ्ट पिछले कई सप्ताह से टिक-टॉक की पैरेंट कंपनी बाइट डांस को खरीदने के लिए सौदेबाजी कर रही है. कहा जा रहा है कि बाइट डांस को खरीदने की होड़ में वह सबसे आगे चल रही है. माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला ने इस संबंध में अमेरिकी राष्ट्रपति से एक सप्ताह पहले बातचीत की थी.


टिक-टॉक खरीदने के लिए ट्विटर को लेने पड़ेगी दूसरों की मदद


टिकटॉक ने इस संबंध में बात करने से तो इनकार कर दिया है. लेकिन माइक्रोसॉफ्ट बाइट डांस की खरीदने की पूरी कोशिश में लगी है. इस बीच ट्विटर के भी इस होड़ में शामिल होने की खबरें हैं. ट्विटर 29 अरब डॉलर की कंपनी है जबकि माइक्रो सॉफ्ट 1.6 ट्रिलियन डॉलर की. अगर ट्विटर टिक-टॉक को खरीदता है तो उसे दूसरे निवेशकों से मदद लेने की जरूरत पड़ेगी.


डो जोंस की खबर में कहा गया कि ट्विटर को इक्विटी फर्म सिल्वर की मदद मिल सकती है. दरअसल ट्विटर ने शॉर्ट फॉर्म वीडियो ऐप की लाने की कोशिश की थी लेकिन यह कामयाब नहीं रही. कंपनी को अपना शॉर्ट फॉर्म ऐप वाइन ऐप बंद करना पड़ा था. अधिग्रहण के चार साल बाद 2016 में ट्विटर को इसे बंद करना पड़ा था. डोनाल्ड ट्रंप ने हाल में ट्विटर और फेसबुक की यह कह कर आलोचना की थी दोनों उन्हें बिना वजह के सेंसर करने की कोशिश कर रहे हैं.


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