नई दिल्ली: रिलांयस जियो ने भारती एयरटेल के खिलाफ दूरसंचार विभाग में शिकायत दर्ज कराई है कि एयरटेल एप्पल वॉच सीरीज 3 पर ई सिम सेवाओं की पेशकश कर रहा है जो लाइसेंस नियमों का उल्लंघन है. आपको बात दें जियो ने एयरटेल की इस सेवा को तत्काल बंद करने की मांग की है.
Airtel ने खारिज की Jio की शिकायत
एयरटेल ने जियो की इस शिकायत को खारिज करते हुए कहा कि इसमें कोई गंभीरता नहीं है. दूरसंचार विभाग को लिखे पत्र में जियो ने कहा , ‘‘ एप्पल वॉच सीरीज 3 सेवा की पेशकश एयरटेल द्वारा यूनिफाइड लाइसेंस शर्तों का उल्लंघन है. ‘‘ इस बारे में भारती एयरटेल को भेजे ई - मेल का तत्काल जवाब नहीं मिल पाया.
आपको बता दें रिलायंस जियो और भारती एयरटेल दोनों ने 11 मई से अपने बिक्री चैनलों की मदद से एप्पल वॉच सीरीज 3 की पेशकश की थी. इस बारे में भारती एयरटेल के प्रवक्ता ने कहा कि यह एक झूठी शिकायत है.
प्रवक्ता ने कहा कि यह जियो द्वारा एक और झूठी शिकायत है जिसका एकमात्र मकसद जो भी वे कर रहे है उसमें एकाधिकार जमाना है. भारती एयरटेल कानून का पालन करने वाली जिम्मेदार ऑपरेटर है.
क्या है जियो की शिकायत?
जियो ने 11 मई को लिखे इस पत्र में आरोप लगाया है कि एयरटेल ने इस मामले में ई - सिम के प्रावधान के लिए नोड भारत के अंदर स्थापित नहीं किए हैं. कंपनी का कहना है कि एयरटेल के एप्पल वॉच सीरीज -3 सेवाओं के लिए इस्तेमाल किए जा रहे जरूरी सर्वर विदेश में लगाए हैं , जो लाइसेंस की शर्तों का खुला उल्लंघन है. यूनिफाइड लाइसेंस के अनुसार कोई भी दूरसंचार कंपनी अपने सर्वर देश के बाहर नहीं लगा सकती.
जियो ने आगे कहा कि एयरटेल के ग्राहक एप्पल वॉच और आईफोन एक ही नंबर से चलाते हैं. ग्राहक ई - सिम के जरिये आईफोन और एप्पल वॉच दोनों का इस्तेमाल कर सकते हैं और अन्य उपकरणों की कॉल की स्थिति अलग से कॉल कर सकते हैं या रिसीव कर सकते हैं. ई - सिम को आईफोन के सिम के साथ वायरलेस के जरिए संयुक्त कर दिया जाता है. ई - सिम के परिचयस्थल के लिए प्रयोग में लाए जाने वाले नोड ( संपर्क बिंदु ) में नेटवर्क और प्रयोगकर्ता की जानकारी शामिल होती है. इसमें ऑपरेटर की पहचान , सिम का विवरण , पिन , सिम की फाइलों को दूर बैठ कर नियंत्रित करने की व्यवस्था भी शामिल होती है.
मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली कंपनी का कहना है भारती एयरटेल को वैध तरीके से रोक या निगरानी का काम नहीं किया है. एयरटेल द्वारा सेवा शुरू करने से पहले इस तरह का महत्वपूर्ण कार्य नहीं करना राष्ट्रीय सुरक्षा हितों से समझौता है.
जियो ने यह भी आरोप लगाया है कि एयरटेल ने नेटवर्क के एक महत्वपूर्ण हिस्से को देश से बाहर लगाने का कार्य जानबूझकर किया है.