मिंग ने बताया कि साल 2018 में लॉन्च होने वाले आईफोन में जहां फेस आईडी दिया जाएगा तो वहीं ये फीचर साल 2019 में भी दिया जाएगा. जिसका मतलब ये हुआ कि अगले साल लॉन्च होने वाले आईफोन में इन स्क्रीन फिंगरप्रिंट की सुविधा नहीं दी जाएगी. उन्होंने कहा कि एंड्रॉयड OEM में इस डिस्प्ले टेक्नॉलजी का इस्तेमाल किया जा रहा है जहां उसे आईफोन से अलग दिखाया जा सके. मिंग ने इस बारे में जानकारी भी दी.
मिंग ने कहा कि सभी एंड्रॉयड ब्रैंड्स फिलहाल FOD का इस्तेमाल कर रहे हैं जो एक जरूरी फीचर है और यही फीचर इन स्मार्टफोन्स को दूसरे फोन से अलग बनाता है. मिंग ने कहा कि अगले साल तक एक और एंड्रॉयड ब्रैंड इस फीचर को लेकर आएगा तो वहीं वीवो और ओप्पो इस फीचर के साथ पहले ही फोन लॉन्च कर चुके है. बता दें कि एपल की टक्कर सैमसंग से है जो पहले ही इन स्क्रीन फिंगरप्रिंट टेक को गैलेक्सी एस10 में अगले साल तक लेकर आएगा.
यूजर्स को बता दें कि एपल ने पिछले साल आईफोन X में फेस आईडी की सुविधा दी थी. तो वहीं इस साल लॉन्च होने वाले तीनों आईफोन में ये फीचर देने की बात कही जा रही है.