नई दिल्ली: आईफोन की उम्मीद से कम बिक्री होने के कारण और खासतौर में चीन में बिक्री में आई गिरावट के कारण एपल ने वित्त वर्ष 2019 की पहली तिमाही के रेवेन्यू अनुमान में कटौती की है, जो 29 दिसंबर को समाप्त हुई.
एपल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टिम कुक ने निवेशकों को भेजे एक पत्र में बुधवार को कहा कि कंपनी को अब 84 अरब डॉलर रेवेन्यू मिलने की उम्मीद है, जबकि पहले 89 अरब डॉलर से लेकर 93 अरब डॉलर तक रेवेन्यू प्राप्त होने का अनुमान लगाया गया था. कुक ने स्वीकार किया कि अमेरिका के साथ चीन के चल रहे व्यापार तनाव के कारण कंपनी के रेवेन्यू पर असर हुआ है. इसके साथ चीनी अर्थव्यवस्था में मंदी ने भी कंपनी के रेवेन्यू को प्रभावित किया है.
सीएनबीसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस खबर के फैलने के बाद एपल के शेयरों में करीब 7 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. कुक ने कहा, "हालांकि हमने कुछ प्रमुख उभरते बाजारों में चुनौतियों का अनुमान लगाया था, लेकिन हम विशेष रूप से चीन में इस पैमाने पर आर्थिक मंदी का अनुमान नहीं लगा सके." उन्होंने कहा, "कुछ उभरते बाजारों में जहां चुनौतियों का सामना करना पड़ा. वहीं, मैक्सिको, पोलैंड, मलेशिया और वियतनाम जैसे बाजारों में कंपनी ने रिकार्ड प्रदर्शन किया है. हमारी लाभप्रदता और नकदी की आमद मजबूत बनी हुई है और हमारा अनुमान है कि समीक्षाधीन तिमाही में हमारे पास करीब 130 अरब डॉलर की नकदी होगी."