जल्द लॉन्च होगा Aarogya Setu रिस्टबैंड, जानिए मरीजों को ट्रैक करने में कैसे करेगा मदद
केंद्र सरकार Arogya Setu app के साथ जुड़कर काम करने वाले रिस्टबैंड लाने की तैयारी में है. ये बैंड लोगों की निगरानी करने में काफी मददगार साबित होगा.
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नई दिल्ली: आरोग्य सेतु ऐप की सफलता के बाद अब केंद्र सरकार कोरोना मरीजों पर नजर रखने के लिए अपने ऐप के साथ जुड़कर काम करने वाले हजारों रिस्टबैंड्स लाने की तैयारी कर रही है. इसके लिए सरकार बेंगलुरु और गुड़गांव स्थित स्टार्टअप्स के साथ काम कर रही है.
इस रिस्टबैंड्स से मरीजों की डोर टू डोर जाकर स्क्रीनिंग करने वाले वर्कर्स को भी सही देखरेख करने में मदद मिलेगी. ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग कंसल्टेंट्स इंडिया (BECIL) एम्स और अन्य सरकारी अस्पतालों में इसकी शुरुआत जल्द ही करेगी. जिसके बाद राज्य सरकारों के लिए भी इसका डिजाइन तैयार किया जाएगा.
इस रिस्टबैंड से हेल्थ प्रोफेशनल्स को दूर से लोगों का टेंपरेचर और संक्रमण का लक्षण जानने में सहायता मिलेगी. अधिकारियों का मानना है कि इस बैंड से काफी हेल्प होगी और सरकार के होम क्वांटीन के लक्ष्य को बढ़ावा मिलेगा क्योंकि इसके बाद लोगों को ज्यादा से ज्याद संख्या में घर पर ही आइसोलेट रहने के लिए कहा जा सकता है. फिलहाल BECIL डिजाइनों की समीक्षा कर रही है.
इससे जुड़े एक अधिकारी ने कहा कि कोरोना वायरस एक व्यक्ति से कई व्यक्तियों में फैल सकता है, इसलिए आने वाले समय में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ सकती है और संख्या बढ़ेगी तो लोगों पर नजर नजर रखने का दायरा भी बढ़ेगा. इस रिस्ट बैंड की मदद से ये आसानी से पता लगाया जा सकेगा कि क्वारंटीन में रह रहा व्यक्ति पर निगरानी करना आसान होगा. अगर कोई इस रिस्टबैंड को हटाता है तो इसके बारे में अस्पताल को जानकारी दी जाएगी.
अधिकारी के मुताबिक कोरोना संक्रमित मरीजों को ट्रैक करने में राज्य सरकारों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. ऐसे में ये रिस्टबैंड उनकी काफी मदद करेगा. ये बैंड कोरोना जोखिम वाले इलाके में आते ही वॉर्निंग भी देगा. इस बैंड की कीमत करीब दो हजार रुपये तक हो सकती है. हालांकि अगर इसकी मांग में कमी पाई गई तो इसकी कीमत घट भी सकती है.
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