जी हां दिल्ली में कुछ ऐसे ही मामले सामने आ रहें हैं जहां कुछ लोगों के आईडी को पहले हैक किया जा रहा है और उनके सभी चैट्स को पढ़ा जा रहा है. इन चैट्स को पढ़ने का मकसद ये जानना होता है कि आप अपने किसी दोस्त से कैसे बात करते हैं. इसके तुरंत बाद हैकर आपके किसी दोस्त को पर्सनल मैसेज भेजता है और तत्काल में आपसे मदद मांगता है जिससे आप भी उस दोस्त की मदद करने के लिए आगे आ जाते हैं क्योंकि आपको ये नहीं पता चल पाता कि उस आईडी से बात करने वाला आपको दोस्त नहीं बल्कि हैकर है. दिल्ली में अभी तक ऐसे कई मामले आ चुके हैं जहां लोगों से उनके दोस्तों के नाम पर पैसे मांगे जा चुके हैं. लेकिन जब खुलासा हुआ तो पता चला कि ये उनके दोस्त नहीं बल्कि हैकर्स थे जो उनके नाम पर पैसे लेकर उड़ चले.
तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि दिल्ली में किस तरह के मैसेज लोगों के पास आते हैं. आपके पास भी अगर कोई ऐसा मैसेज आए तो पहले अपने दोस्त को फोन करें और कंफर्म करें. अगर कंफर्मेशन नहीं मिलता है तो कृपया किसी भी हालात में पैसे न दें और इन हैकर्स का शिकार होने से बचें.
पहला केस: मां की मदद के नाम पर आ सकता है फोन
दोस्त मुझे पैसों की बहुत जरूरत है. मुझे अपनी मां का ऑपरेशन कराना है. तुम मुझे 50 हजार रुपये दे दो. हर महीने सैलरी से पांच हजार रुपये देता रहूंगा या रहूंगी. शख्स के ऐसा कहते ही व्यक्ति पैसे देने के लिए राजी हो गया, लेकिन एक दिन वो पैसे ट्रांसफर करना भूल गया, दूसरा दिन बेनिफिशरी एड करने में 24 घंटे के प्रोसेस में गुजर गया. तीसरे दिन देखा उसकी शादी की तस्वीर फेसबुक पर थी. जिससे ये पता चल गया कि वो झूठ बोल रहा था और पैसे लेने के लिए ये सारी कोशिशें कर रहा था.
दूसरा केस: घर में लड़ाई झगड़े के नाम पर मांगे जा सकते हैं पैसे
मेरे घर में चाचा से झगड़ा हो गया. मेरे पापा के तीन गोलियां लगी हैं. अगर आप मेरी कुछ मदद कर सकते हैं, तो प्लीज कुछ कर दीजिए, उनकी जान बच जाएगी. इलाज में 15 लाख रुपये खर्च हो रहे हैं. इस शख्स के जरिए ऐसे बात करने पर कोई भी मदद के लि आगे आएगा. ऐसा एक व्यक्ति ने भी किया. लेकिन उस वक्त उसके अकाउंट में पैसे नहीं थे. उसने पांच दिन बाद उसे पैसे देने को बोला. फिर मैं पांच दिन बाद उसे पैसे ट्रांसफर करना भूल गया. उसने भी दोबारा कॉन्टैक्ट नहीं किया. करीब दो महीने बाद फिर उसी नाम से मुझे ठीक उसी तरह का मैसेज आया. जिसके बाद मैं समझ गया कि मामला कुछ गड़बड़ है.
तीसरा केस: दोस्त का अकाउंट हैक कर उसी के नाम पर मांगे गए पैसे
मेरी दोस्त का फेसबुक अकांउट हैक किया. उससे मुझे इनबॉक्स में मैसेज किया. तुम क्या मेरी एक हेल्प कर सकते हो. मेरा दोस्त ट्रैवलिंग कर रहा है, उसे कुछ पैसे चाहिए. मैं ऑनलाइन ट्रांसफर नहीं कर पा रही हूं. तुम उसे पांच हजार रुपये ट्रांसफर कर दो. मैं लौटते हुए ऑफिस दे दूंगी. मेरे इस नंबर पर व्हॉट्सएप मैसेज करो. हैकर्स ने हमारी चैट का फायदा उठाया औऱ उसी अंदाज में बात की ताकि मुझे शक न हो. मैंने पैसे ट्रांसफर कर दिए. दस मिनट बाद फिर मैसेज आया, "सुनो क्या आप 3500 रुपये औऱ ट्रांसफर कर सकते हो." इस मैसेज पर मुझे शक हो गया कि न तो वो मुझे आप कहेगी और न ही इस तरह से थोड़े थोड़े पैसे मांग सकती है. मैंने कहा कॉल करो. उसने कहा इस वक्त कॉल नहीं कर सकती है. अब तो पक्का शक हो गया. मैंने पुराने नंबर पर कॉल किया तो पता चला, उसका फेसबुक अकाउंट हैक हुआ है औऱ इस तरह से औऱ लोगों को भी मैसेज जा रहे हैं.
लिंक के जरिए हैक हो सकता है आपका अकाउंट
बता दें कि एक लिंक के जरिए आपका अकाउंट हैक हो सकता है. ये लिंक आपको एक नार्मल मैसेज पर आएगा जिसको क्लिक करते ही आपका अकाउंट हैक हो जाएगा.
ऐसी परिस्थिति में क्या करें?
भावनाओं में बहकर किसी की भी मदद न करें, जब तक अच्छे से छानबीन न कर लें तब तक किसी की मदद न करें. जितना जल्द हो सके दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज करवाएं. ऑनलाइन पोर्टल का इस्तेमाल कर सकते हैं. मैसेज आने पर भी मदद न करें सबसे पहले उसके पुराने वाले नंबर पर कॉल करें जो आपके पास न ही उसके जरिए दिए गए करेंट नंबर पर. फोन कॉल्स भी झूठे हो सकते हैं, उनसे भी खुद को तसल्ली न दें, जब तक यकीन न हो कि हां ये हमारा ही दोस्त है.