नई दिल्लीः अगर आप व्हाट्सएप का इस्तेमाल करते हैं और ग्रुप का हिस्सा है तो आपको ये खबर सतर्क कर सकती है. आपके ग्रुप में कोई भी मैसेज अगर आता है तो उसे दूसरे ग्रुप में फॉरवर्ड करने से पहले भी सोचना बेहद जरुरी है. एक खबर सामने आई है जिसमें व्हाट्सएप के एक ग्रुप मेंबर को इस लापरवाही की बड़ी कीमत चुकानी पड़ रही है और वह पिछले पांच महीनों से जेल की सजा काट रहा है. यह जेल की सजा वो एक ऐसे मैसजे के लिए काट रहा है जो ना ही उसने भेजा ना ही उसे इस मैसेज की कोई जानकारी है.
मध्य प्रदेश के राजगढ़ में व्हाट्सएप पर 'ग्रुप संस्कार कमीने' नामक ग्रुप में भारत माता की अश्लील और राष्ट्रीय भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली पोस्ट डालने वाले इरफान के साथ जुनेद पर 14 फरवरी 2018 को मामला दर्ज कर दिया. ये मामला जुनैद पर पचोर थाने में धारा 295A,153,124A, ipc,67A धाराओं के साथ दर्ज किया गया.
दरअसल, एक व्हाट्सएप पर भावनाएं आहत करने वाले एक पोस्ट को लेकर राजगढ़ जिले के तलेन शहर में का विरोध हुआ और थाने जाकर शहर के ही लोगों ने पोस्ट डालने वाले इरफान खान के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने की मांग की. मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इरफान के साथ ही एडमिन राजा गुर्जर को थाने में बुलाकर पूछताछ की. इस बीच राजा गुर्जर ग्रुप से लेफ्ट हो गया. राजा के लेफ्ट होने के बाद दो और ग्रुप सदस्य एडमिन बने, लेकिन एक के बाद एक तीन लोग लेफ्ट किए. ऐसे में नया एडमिन जुनैद मेव बन गया.
इस पूरे मामले में पुलिस ने जल्दी कार्रवाई नहीं की और जुनैद को गिरफ्तार कर लिया. पिछले पांच माह से जुनेद राजगढ़ जेल में है और उस पर राष्ट्र द्रोह का प्रकरण चल रहा है.
पुलिस ने मानी गलती
इस मामले को पुलिस भी स्वीकार रही लेकिन देशद्रोह की धारा में प्रकरण दर्ज होने के कारण स्थानीय न्यायालय के अलावा उच्च न्यायालय से भी जमानत नहीं मिली. जुनैद बीएससी द्वितीय वर्ष का छात्र है और जेल में जाने के बाद वह अपनी परीक्षा नहीं दे पाया. यही नहीं वह आईटीआई भी कर रहा है. जिसकी परीक्षा जेल से ही दी.