नई दिल्लीः सरकारी टेलिकॉम कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड यानी बीएसएनएल ने ऐलान किया है कि वो अपने लैंडलाइन ब्रांडबैंड पर कम से कम 4 एमबीपीएस (Megabits per second) की गति से इंटरनेट सुविधा मुहैया कराएगा. कंपनी का दावा है कि इस तरह की कम से कम गति मुहैया कराने वाली देश की पहली टेलिकॉम कंपनी है.


बीएसएनएल ने मोबाइल पेमेंट नेटवर्क कंपनी मोबिक्विक के साथ मिलकर मोबाइल बटुआ भी शुरु करने का फैसला किया है. इस बटुए का इस्तेमाल स्मार्टफोन के साथ-साथ फीचर फोन (आम फोन जिसमें कोई एप वगैरह नही होता) पर भी करना मुमकिन हो सकेगा.


दूरसंचार दिवस के मौके पर बीएसएनएल ने अपने ग्राहकों के लिए तमाम किस्म की नई सेवाएं शुरु करने का ऐलान किया. कंपनी का कहना है कि इंटरनेट की गति बढ़ाने के लिए जरुरी अपग्रेड बिल्कुल मुफ्त होगा और ये सुविधा बुधवार से ही शुरु हो सकेगी. इसका मतलब ये हुआ कि यदि आप बीएसएनएल के ग्राहक हैं तो आप तेज गति से इंटरनेट ब्राउजिंग कर सकेंगे. दिल्ली औऱ मुंबई को छोड़ देश के बाकी तमाम शहरों, कस्बों और गांवों में बीएसएनएल टेलिकॉम सेवा मुहैया कराती है. कंपनी के कुल ग्राहकों की संख्या करीब 10 करोड़ हैं जिसमे से करीब 2 करोड़ ब्रॉडबैंड से जुड़े हैं.


बीएसएनएल के सीएमडी अनुपम श्रीवास्तव ने अपने ग्राहकों को ये भरोसा भी दिलाया कि रैनसमवेयर जैसे साइबर अटैक से उन्हे नुकसान नहीं होगा. उनका कहना है कि कंपनी समय-समय पर साइबर अटैक से निबटने के लिए जरुरी कदम उठाती रही है और हाल ही में नेटवर्क में खास किस्म की सुरक्षा व्यवस्था लगा दी गयी. इससे बीएसएनएल के ब्रॉडबैंड के जरिए इंटरनेट का इस्तेमाल करने वालों को परेशानी नहीं उठानी होगी. रैनसमवेयर साइबर अटैक का ताजा स्वरूप है जिसमें आपका कंप्यूटर और उसपर उपलब्ध सभी डाटा लॉक हो जाते हैं और अटैक करने वाला आपसे फिरौती मांगता है. वैसे भारत में इसका असर नहीं के बराबर हुआ है.


इस बीच, बीएसएनएल और मोबिक्विक के बीच हुए करार के मुताबिक, मोबाइल बटुए की सुविधा बीएसएनएल कनेक्शन का इस्तेमाल करने वालों के लिए उपलब्ध होंगे. बस इसके लिए एप डाउनलोड करना होगा और अपने बैंक खाते, क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से पैसा जमा कराना होगा. इस बटुए के जरिए आप ढ़ाई लाख से भी ज्यादा व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर लेन-देन कर सकते हैं. मोबिक्विक के इस समय करीब चार करोड़ ग्राहक हैं. ध्यान रहे कि मोबाइल बटुआ बिल्कुल आपके बटुए की ही तरह है, बस फर्क ये है कि इस बटुए में आप पैसा इलेक्ट्रॉनिक स्वरूप में जमा कराते हैं और खर्च भी इलेक्ट्रॉनिक तरीके से ही. मोबाइल बटुए से खर्च करते समय आपको अलग से कोई चार्ज नहीं देना होता.