नई दिल्लीः सरकारी टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडिंग कंपनी बीएसएनएल अगले दो सालों में 40,000 बेस ट्रांसीवर स्टेशनों (बीटीएस) के लगाने पर 6,000 करोड़ रुपये खर्च करेगी, ताकि इसके मोबाइल नेटवर्क का विस्तार हो सके. कंपनी इसके लिए उपकरण बनाने वाली कंपनियों को टेंडर जारी करने की प्रक्रिया में है.


भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के एक अधिकारी के मुताबिक, इस विस्तार परियोजना में नोकिया और जेडटीई सबसे ज्यादा बोली लगाने वाली कंपनी के रूप में उभरी हैं.


कंपनी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अनुपम श्रीवास्तव ने यहां शुक्रवार को कहा, "हमने पिछले तीन सालों में 40,000 बीटीएस लगाए हैं और विस्तार के अगले चरण में हैं. हम अगले दो सालों में और 20,000 बीटीएस लगाएंगे. इस पर करीब 6,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा."


उन्होंने कहा कि नोकिया को हाल ही में एडवांस पर्चेज ऑर्डर जारी कर दिया गया है और अगले 10 दिनों में जेडटीई को भी जारी कर दिया जाएगा.


नए बीटीएस से 2G, 3G और 4G तीनों सेवाएं दी जा सकेंगी और ऑपरेटर अपने पुराने 2G नेटवर्क को बदल सकेंगे. वर्तमान में बीएसएनएल के 1,30,000 बीटीएस हैं. इस विस्तार के बाद बीटीएस की कुल संख्या बढ़कर 1,70,000 हो जाएगी.