नई दिल्ली: दुनियां की सबसे बड़ी स्मार्टफोन निर्माता कंपनी एप्पल टचलेस गेस्चर कंट्रोल और कर्व स्क्रीन पर काम करने जा रही है. कंपनी का कहना है कि यह फीचर तेजी से भीड़ वाले बाजार में फोन को एक अलग रूप देने में मदद करेगी.
कंट्रोल फीचर आईफोन यूजर्स को ऐसी सुविधा देने जा रहा हैं जिसमें उपयोगकर्ता स्क्रीन पर अपनी उंगली को घुमाएं बिना फोन चला सकते हैं. ऐप्पल के इस फीचर से जुड़े एक व्यक्ति ने कहा कि आईफोन अगर इस तकनीक पर काम करने की सोचता है तो उपयोगकर्ता को इस सुविधा को पाने के लिए दो साल का और इंतजार करना होगा.
एप्पल लंबे समय से मनुष्यों को कंप्यूटर से इंटरेक्ट करने के लिए नए तरीके और सुविधाएं ला रहा है. तो वहीं एप्पल के सह- संस्थापक स्टीव जॉब्स ने इसकी शुरूआत 1980 में माउस को मशहूर कर दिया था. एप्पल अपने नए फोन्स में 3D टच नामक एक लेटेस्ट फीचर लेकर आया है जो उंगलियों के दबाव के आधार पर अलग- अलग प्रतिक्रिया देता है.
वहीं एप्पल द्वारा ऐसे भी डिस्प्ले विकसित किए जा रहे हैं जो उपर से नीचे की तरफ काम करते हैं. कंपनी से जुड़े एक व्यक्ति का कहना है कि यह फीचर सैमसंग स्मार्टफोन की तुलना में थोड़ा अलग है जो सिर्फ किनारों पर ही काम करता है. अभी तक आईफोन के हर मॉडल में फ्लैट स्क्रीन का इस्तेमाल किया गया है. आईफोन एक्स की ओलईडी स्क्रीन नीचे से थोड़ी घट जाती है लेकिन इसका आकार ज्यादातर मानवीय आंखों के लिए अदृश्य हैं.
क्यूपर्टिनो, कैलिफ़ोर्निया स्थित कंपनी एप्पल हर मुमकिन कोशिश कर रही है ताकी कंपनी का ये गैजेट सबसे अलग लगे. स्मार्टफोन कंपनी जैसे एप्पल, सैमसंग, गूगल और हूवेई ने तकरीबन एक ही तरह के फीचर को अपना लिया है, जिसमें फूल स्क्रीन , एडवांस कैमरा और फेस रिकॉग्निशन जैसे फीचर शामिल हैं.
अपने चौथे क्वार्टर में आईफोन एक्स और आईफोन 8 के लांच के बाद एप्पल ने 20% स्मार्टफोन्स की शिपमेंट की है . आईडीसी के मुताबिक एप्पल ने दूसरे स्थान पर मौजूद सैमसंग और हुवेई जैसी दिग्ग्ज कंपनियों को पटखनी दी. आपको बता दें कि एप्पल को दूसरे स्मार्टफोन्स से आगे रहने के लिए नई सुविधाएं और नए डिजाइन की आवश्यकता होगी. एक तरफ सैमसंग जहां फोल्डेबल स्क्रीन्स पर काम कर रहा है तो वहीं हूवेई की भी सफलता को ऐशिया में साफ देखा जा सकता है.