लंदनः वैश्विक नेटवर्किंग और टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर एरिक्सन ने मंगलवार को नेटवर्क सेवाओं के एक समूह की शुरुआत की, जो ऑपरेटरों को उनके नेटवर्क पर इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) एप्लिकेशनों को लॉन्च करना आसान बनाएगी. इन सेवाओं में आईओटी नेटवर्क डिजाइन और ऑप्टिमाइजेशन का काम शामिल है.


एरिक्सन ने बिजनेस एरिया मैनेज्ड सेवा के प्रमुख पीटर लौरीन ने कहा, "हमारा अनुमान है कि साल 2018 में ही आईओटी डिवाइसेज़ कनेक्टेड डिवाइस में रूप में मोबाइल फोन से ज्यादा हो जाएगी और एरिक्सन के लेटेस्ट मोबिलिटी रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2022 तक 18 अरब आईओटी डिवाइसेज़ होंगी."


लौरीन ने कहा, "इतने बड़े पैमाने पर आईओटी डिवाइस को अपनाने से हमें नेटवर्क योजना, डिजायन, परिचालन और क्षमता को लेकर पारंपरिक मोबाइल ब्राडबैंड से अलग देखने की जरूरत है."


कंपनी ने आईओटी सॉफ्टवेयर फीचर्स जैसे वॉयर ओवर एलटीई (वीओएलटीई) समर्थन 'कैट-एम1' (एलटीई का आईओटी फ्रेंडली वर्शन)तकनीक के लिए लॉन्च किया.


कंपनी ने बताया कि इससे सर्विस प्रोवाइडरों को कई क्षेत्रों में वॉयस सेवाएं शुरू करने में मदद मिलेगी, जिनमें सिक्युरिटी अलार्म पैनल, रिमोट फर्स्ट एड किट, वेयरेबल, डिजिटल लॉक्स, डिस्पोजेबल सिक्युरिटी गारमेंट्स व अन्य आईओटी सक्रिय एप्लिकेशंस और सेवाएं शामिल हैं.