नई दिल्लीः फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग अमेरिकी कांग्रेस के सामने लिखित बयान देकर डेटा लीक मामले में माफी मांगी. मार्क ने कहा कि वह फेसबुक पर लोगों के डेटा को सुरक्षित नहीं रख पाने के लिए जिम्मेदार हैं.
जकरबर्ग ने कांग्रेस कमेटी के सामने कहा, "हमने अपनी जिम्मेदारी सही ढंग से नहीं निभाई, जो एक बड़ी गलती थी. यह मेरी गलती थी. मुझे इस पर खेद है. मैंने फेसबुक की शुरुआत की थी. मैं इसका संचालन करता हूं और इसके साथ जो कुछ भी होता है, उसके लिए मैं जिम्मेदार हूं."
हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान मार्क जकरबर्ग ने साफ किया कि वह अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे. उन्होंने कहा, ‘‘फेसबुक को बनाने में हमने पिछले 14 सालों में कई कठिन समस्याओं को सुलझाने की दिशा में काम किया है. इसकी शुरुआत हॉस्टल के एक कमरे से हुई थी और अब यह इतने बड़े कम्यूनिटी का रूप ले चुका है. मुझे पूरा यकीन है कि हम इन समस्याओं से निकलने में सक्षम हैं.’’
क्या है पूरा विवाद
ब्रिटिश पॉलिटिकल कंसल्टेंसी फर्म कैम्ब्रिज एनालिटिका पर आरोप है कि उसने करीब 5 करोड़ फेसबुक यूजर्स का डेटा एक थर्ड पार्टी एप के जरिए एक्सेस किया. इस डेटा का इस्तेमाल अमेरिका में हुए 2016 चुनावों में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को फायदा पहुंचाने के लिए किया गया. साथ ही ब्रेक्जिट में जनमत संग्रह को प्रभावित किया गया.