नई दिल्ली: अगर आप फेसबुक मैसेंजर का इस्तेमाल करते हैं तो आपको ये खबर थोड़ी परेशान करेगी. फेसबुक अगले हफ्ते से मैसेंजर में ऑटोप्ले एड शुरु करने वाला है. सोशल मीडिया जाइंट फेसबुक ने इस फीचर की टेस्टिट यूजर्स के एक ग्रुप के साथ शुरु कर दी है और अब इसे बड़े पैमाने पर हर यूजर के लिए रोलआउट किया जाएगा.
फेसबुक ने Quartz से बात करते हुए लोग अपने एक्सपीरियंस को कंट्रोल कर सकेंगे. हालांकि ऐसा नहीं होगा कि आटोप्ले एड को यूजर अपनी मर्जी से कंट्रोल कर सकें बल्कि मैसेंजर में यूजर को ये विकल्प मिलेगा कि वह किसी एड को हाइड (छुपा) कर सकेंगे. Quartz को फेसबुक ने बताया कि हम वीडियो एप मैसेंजर प्लेटफॉर्म पर रोल आउट कर रहे हैं. मैसेंजर के यूजर अपने लिए बेहद खास हैं इसलिए वह अपने इस एड के अनुभव को कंट्रोल कर सकेंगे.
एड की शुरुआत पिछले साल से हुई
फेसबुक के मैसेंजर एप पर पिछले साल से एडवरटाइज़मेंट की शुरुआत हुई. लेकिन ऑटो वीडियो प्ले एड पहली बार मैसेंजर पर दिखाई देंगे. ऐसा करने के पीछे कंपनी की मंशा साफ है कि वह रेवेन्यू के लिए ये कदम उठा रही है. मैसेंजर दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा मैसेजिंग एप है.
मैसेंजर सर्विस के साथ एड फेसबुक के लिए लॉन्ग टर्म रेवेन्यू कमाने का बेहतरीन तरीका है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक फेसबुक ने पिछले साल एड्स के जरिए 41 बिलियन डॉलर का रेवेन्यू कमाया. मैसेंजर का ये ऑटोप्ले एड पर लोगों की क्या प्रतिक्रिया होगी ये देखना दिलचस्प होगा क्योंकि ये एक चैटिंग प्लेटफॉर्म है जहां बातों के बीच ये वीडियो एड यूजर्स को डिस्टर्ब कर सकते हैं.
Recode से बात करते हुए मैसेंजर के एड बिजनेस अधिकारी स्टैफनोज़ लोकाकोस ने कहा, 'कंपनी इस एड के रोलआउट होने के बाद यूजर के व्यवहार पर गौर करेगी कि ये एड यूजर्स को परेशान कर रहे हैं या नहीं. हमारी प्राथमिकता हमारे यूजर्स और उनका अनुभव है. हालांकि अभी तक कि टेस्टिंग के दौरान ऐसा नहीं कहा जा सकता कि एड के बाद यूजर्स का प्लेटफॉर्म इस्तेमाल करने का तरीका बदला है.''