नई दिल्ली: आप सोच रहे होंगे कि मैसेंजर पर भेजे गए आपके चैट और फोटो पूरी तरह सुरक्षित हैं, लेकिन आप गलत हैं. फेसबुक ने गुरूवार को इस बात की पुष्टि की कि मैसेंजर से भेजे गए सभी मैसेज व फोटो को फेसबुक की टीम स्कैन करती है और सभी नियमों के अनुरूप होने पर ही उसे अलाउ करती है. कंपनी का मॉडरेटर किसी भी ऐसे संदेश की समीक्षा कर सकता है जो यूजर या सिस्टम द्वारा चिह्नित किया गया हो.

फेसबुक के वर्कर्स करते हैं समीक्षा

फेसबुक लंबे समय से ये कहता आ रहा है कि उसके वर्कर्स हमेशा पोस्ट की समीक्षा करते हैं ताकि “कम्यूनिटी स्टैंडर्ड्स” का पालन हो सके. फेसबुक के कम्यूनिटी स्टैंडर्ड के मुताबिक नहीं होने वाले किसी भी मैसेज को ब्लॉक कर दिया जाता है. फेसबुक यूजर्स का डेटा लीक होने के बाद कंपनी को काफी फजीहत झेलनी पड़ रही है.

फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने वॉक्स के संपादक, एजरा क्लेन के साथ एक इंटरव्यू के दौरान इसकी पुष्टि की. जुकरबर्ग ने कहा कि फेसबुक ने म्यांमार में जातीय सफाई देने वाले मैलेज को ब्लॉक कर दिए थे. जुकरबर्ग ने आगे कहा कि फेसबुक के सिस्टम ने इन मैसेज को खोजा और फिर ब्लॉक किया.

टेक्नोलॉजी की मदद से होता है स्कैन

आपको बता दें कि फेसबुक ने कहा था कि वह मैसेज को एडवर्टाइजिंग या किसी दूसरे इस्तेमाल के लिए स्कैन नहीं करते हैं. फेसबुक मैसेंजर के प्रवक्ता ने कहा, “उदाहरण के लिए, मैसेंजर पर जब आप कोई फोटो भेजते हैं, तो हमारी स्वचालित प्रणाली फोटो मैचिंग टेक्नोलॉजी का उपयोग करके स्कैन करती है कि ताकि बाल शोषण इमेजरी, आपके द्वारा कोई भेजा हुआ लिंक या फिर मैलवेयर का पता लगाया जा सके''.

इससे पहले भी हो चुका है डेटा चोरी का मामला

वहीं इससे पहले कैंब्रिज एनालिटिका से 8 करोड़ 70 लाख फेसबुक यूजर्स का डेटा अनुचित रूप से शेयर किया गया है. फेसबुक के प्रमुख टेक्नोलॉजी ऑफिसर माइक स्क्रोफर ने कहा कि सोशल नेटवर्किंग साइट पर यूजर का डेटा सुरक्षित बनाए रखने के लिए हमनें नया प्राइवेसी टूल जारी किया है.