नई दिल्ली: सोशल मीडिया वेबसाइट फेसबुक ने डेटा लीक विवाद के बाद बड़े कदम उठाने का फैसला किया है. यूजर्स के डेटा को सुरक्षित बनाए रखने के लिए फेसबुक ने अपनी वेबसाइट में कुछ बदलाव किए हैं. फेसबुक ने घोषणा की है कि वो अब विज्ञापन की एक फॉर्म 'पार्टनर कैटेगरी' को बंद कर रही है.


पार्टनर कैटेगरी के तहत 3rd पार्टी ऐप्स के जरिए क्लाइंट की गतिविधियों का डेटा एक्सपीरियन और एसीओम जैसे एग्रीगेटर्स को ऑफलाइन मुहैया करवाया जाता था. इस डेटा की मदद से ही विज्ञापन सूची तैयार की जाती थी.


फेसबुक का ये फैसला कैंब्रिज एनालिटिका के डेटा लीक विवाद के बाद आया है. पार्टनर कैटेगरी 3rd पार्टी ऐप की तर्ज पर ही डेटा को इकट्ठा करने का काम करती थी.


हालांकि ये साफ कर दें कि पार्टनर कैटेगरी वो नहीं है जिसके जरिए कैंब्रिज एनालिटिका ने अमेरिका और ब्रिटेन के 50 मिलियन यानी 5 करोड़ लोगों की प्रोफाइल से डेटा हासिल किया. कैंब्रिज एनालिटिका ने नए 3rd पार्टी ऐप्स के जरिए लोगों का डेटा इकट्ठा किया था और फेसबुक की डेटा पॉलिसी का उल्लंघन किया.


उदाहरण के लिए बात करें तो जैसे कि पेप्सी जैसी कंपनी फेसबुक पर विज्ञापन देते है, तो पार्टनर कैटेगरी का हिस्सा होने की वजह से उसे लोगों की प्रोफाइल के बारे में जानकारी मिलती है. फेसबुक को ये कंपनियां रेवेन्यू देने का काम करती हैं. लेकिन पार्टनर कैटेगरी बंद होने के बाद ये विज्ञापन कंपनियां लोगों का डेटा हासिल नहीं कर पाएंगी.