नई दिल्ली: तकरीबन एक साल पहले भारत में एक फोन आया था जो 251 रूपये का था. कंपनी का नाम था रिंगिंग बेल्स. जहां कंपनी ये दावा कर रही थी कि इस फोन में वो सारे फीचर्स हैं जो एक यूजर को चाहिए. इस फोन की खास बात ये थी कि ये दुनिया का सबसे सस्ता फोन था जिसे यूजर्स मात्र 251 रूपये में खरीद सकते थे. कई यूजर्स ने इस फोन के लिए रजिस्टर भी किया था लेकिन आज तक उनके घर ये फोन नहीं पहुंचा.
रिंगिंग बेल्स के फाउंडर हुए गिरफ्तार
251 रुपये में घर-घर स्मार्टफोन पहुंचाने का वादा करने वाले रिंगिंग बेल्स कंपनी के एमडी मोहित गोयल सहित तीन लोगों को दिल्ली पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार किया. आपको बता दें पिछले साल कंपनी के विवादों का मुद्दा संसद में उठने पर पुलिस और प्रवर्तन निदेशालय ने जांच शुरू की थी. इसके बाद रिंगिंग बेल्स के खिलाफ पोंजी स्कैम और धोखाधड़ी की शिकायतें आईं. गाजियाबाद पुलिस ने भी पिछले साल फरवरी में गोयल को धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया था. उन्हें 31 मई को ही जमानत मिली थी.
दुनिया के सबसे सस्ते फोन बेचने को लेकर लोगों को ठगा
मोहित ने बताया कि उन्हें सस्ता फोन बनाने की प्रेरणा मेड से मिली जिसने कॉल करने के लिए उधार में फोन मांगा था. इसके बाद मोहित ने इंटरनेट पर सर्च किया तो पता चला कि देश में सिर्फ 30 करोड़ लोगों के पास ही स्मार्टफोन हैं. फिर वह सस्ते मोबाइल फोन बनाने और एक कंपनी खोलने की योजना बनाने लगे.
ऐसे बनाई थी योजना
बता दें कि नोएडा की कंपनी रिगिंग बेल्स तब सुर्खियों में आई थी, जब उसकी ओर से वेबसाइट पर फरवरी, 2016 में सिर्फ 251 रुपए में मोबाइल बुक कराए जा रहे थे. नवंबर, 2016 में कंपनी ने 251 रुपए वाले 2 लाख फोन डिलिवर करने का दावा किया था. 7 करोड़ लोगों ने दुनिया के सबसे सस्ते 3G फोन (फ्रीडम 251) के लिए रजिस्ट्रेशन कराया. जिनमें से करीब 30,000 ने फोन बुक किया था. इसके बाद बुकिंग बंद हो गई. मोहित पर डिस्ट्रिब्यूटर के करीब 60 करोड़ रुपये लेने के आरोप हैं.