नई दिल्लीः योग गुरू स्वामी रामदेव ने रविवार को अपनी कंपनी पतंजलि का मोबाइल सिम ‘स्वेदशी समृद्धि सिमकार्ड’ लॉन्च किया. पतंजलि वो कंपनी है जिसका टूथपेस्ट, फेसवॉश, आटा, तेल, शहद जैसे तमाम घरेलू प्रोडक्ट एक मध्यमवर्गीय परिवार में इस्तेमाल होना बेहद आम है. 100 फीसदी आर्युवेदिक कंपनी होने का दावा करने वाली पतंजलि बड़ी-बड़ी एफएमसीजी कंपनियों के लिए भारत में बड़ी मुश्किल खड़ी कर चुकी है. हम आपको ये बताएंगे कि कैसे एक संन्यासी ने एफएमसीजी (रोजाना इस्तेमाल का सामान बनाने वाली कंपनियां) इंडस्ट्री में तहलका मचा दिया और अब ये पतंजलि टेलीकॉम की दुनिया में भी भूचाल ला सकती है.


पतंजलि का कारोबार समझिए
पतंजलि का कारोबार लगभग 10 हजार करोड़ के पार है. पतंजलि ब्रैंड के करीब एक हजार प्रोडक्ट पिछले 6 साल में बाजार में उतर चुके हैं. इससे पहले एफएमसीजी बाजारों में बरसों से मल्टीनेशनल कंपनीज़ का दबदबा रहा है. आज पतंजलि का बिजनेस मॉडल विदेशी कंपनियों के लिए सिरदर्द बना हुआ है क्योंकि रामदेव उनके धंधे को पांव पसारने नहीं दे रहे हैं.



संन्यासी जिसने पतंजलि को बुलंदी तक पहुंचाया
पतंजलि में रामदेव ब्रैंड एंबेसडर के अलावा कुछ नहीं हैं लेकिन योग सिखाते-सिखाते बाबा रामदेव आज देश के कॉर्पोरेट दुनिया के लिए केस स्टडी हो गए हैं. आखिर एक संन्यासी, एक योगी कैसे कंपनी को 10 हजार करोड़ की बुलंदी तक पहुंचा सकता है ये अब बिजनेस स्कूलों में भी पढ़ाया जाने लगे तो हैरानी नहीं होगी.


हरिद्वार में  रामदेव का बिजनेस वर्ल्ड
रामदेव का बिजनेस वर्ल्ड उत्तराखंड के शहर हरिद्वार से संचालित होता है. हरिद्वार में ही इस पंतजलि परिसर में खुद स्वामी रामदेव रहते हैं. संन्यासी योग गुरु रामदेव ने यही से पहले योग गुरु के तौर पर खुद को स्थापित किया. योग और जड़ी बूटियों से लोगों को सेहतमंद बने रहने के रामबाण घरेलू नुस्खे सिखाने वाले बाबा रामदेव आज भी गेरुआ पहनते हैं. संन्यासी जीवन जीते हैं लेकिन लक्ष्य है पतंजलि को देश का सबसे बड़ा ब्रैंड बनाना.



रामदेव का सपना देश की सबसे बड़ी ब्रांड बने पतंजलि
पिछले साल दिल्ली में स्वामी रामदेव ने पतंजलि को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी.  5 साल पहले शुरू हुआ पतंजलि नाम का कारोबार आज 10 हजार 561 करोड़ का हो चुका है. पतंजलि का कारोबार 100 फीसदी से ज्यादा रफ्तार से तरक्की कर रहा है. एक संन्यासी की कारोबारी पहल पतंजलि के बनाए प्रोडक्ट हर दुकान पर बिक रहे हैं और घर घर पहुंच रहे हैं. अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्वामी रामदेव ने अगले 5 साल के लिए पंचवर्षीय योजना की जानकारी दी. उन्होंने दावा किया कि अगले 1-2 साल में पंतजलि देश का सबसे बड़ा ब्रैंड बन जाएगा. अगले 5 साल में विदेशी कंपनियों को भारत से खदेड़ने पर काम कर रहे हैं.


 वो विदेशी कंपनियों की तुलना उस ईस्ट इंडिया कंपनी से करते हैं जिसने कारोबार के लिए पहले भारत में कदम रखा. फिर देश को गुलाम बना लिया था.


रामदेव की पतंजलि की कामयाबी की कहानी


 रामदेव की पतंजलि की कामयाबी की कहानी  दरअसल उनके और उनके सहयोगी बालकृष्ण की सफलता की कहानी है. इस जोड़ी ने टूथपेस्ट, साबुन, डिटर्जेंट, किचन का सामान बनाने और बेचने वाली फास्ट मूविंग कन्ज्यूमर गुड्स  FMCG इंडस्ट्री को हिला कर रख दिया है. रामदेव की सफलता की कहानी घर-घर से जुड़ी है क्योंकि पतंजलि नाम की कंपनी जो भी सामान बनाती है उसका इस्तेमाल घर-घर में होता है.



अब टेलीकॉम की दुनिया में कदम
पतंजलि स्वदेशी की टैगलाइन पर काम करता है. स्वामी रामदेव हर क्षेत्र में स्वदेशी को बढ़ावा देते हैं और इसी कड़ी में रविवार को उन्होंने पतंजलि का सिमकार्ड लॉन्च किया है. इसके लिए उन्होंमे पब्लिक सेक्टर की टेलीकॉम कंपनी बीएसएनएल से हाथ मिलाया है.  पतंजलि का ये स्वदेशी समृद्धि सिमकार्ड देश का पहला ऐसा सिमकार्ड है जो कस्टमर्स को , मेडिकल, लाफइ और एक्सीजेंटल इंश्योरेंस देता है.  अभी शुरुआती दिनों में पतंजलि के कंर्मचारियों को ये सिम कार्ड मिलेगा. स्वदेशी समृद्धि सिमकार्ड  पर यूजर को 144 के रिचार्ज पर देशभर में अनलिमिटेड कॉल, 2 जीबी डेटा और 100 मैसेज दिए जाएंगे. इतना ही नहीं कस्टमर्स को हेल्थ, एक्सीडेंटल और लाइफ इंश्योरेंस भी दिया जाएगा.


इस तरह देश की एफएमसीजी दुनिया में बड़ा उलट-फेर करने के बाद अब स्वामी रामदेव टेलीकॉम की दुनिया में भी भूचाल लाने की तैयारी में हैं.