नई दिल्ली: पिछले साल गूगल ने कहा था कि कंपनी विज्ञापनों के लिए यूजर्स के पर्सनल ईमेल स्कैन नहीं करेगी. लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी दूसरे एप्स को आपके जीमेल इनबॉक्स में ताक झाक करने का ऑप्शन देती है. बता दें कि आपके सारे ई-मेल पढ़े जा रहे हैं और आपके जीमेल अकाउंट से गूगल के अलावा कोई तीसरा व्यक्ति ई-मेल भी भेज रहा है. एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि थर्ड पार्टी ऐप डेवलपर्स लाखों जीमेल यूजर्स के ई-मेल को पढ़ सकते हैं. इसका खुलासा द वॉल स्ट्रीट जनरल की एक रिपोर्ट में हुआ है.
रिपोर्ट में जीमेल एक्सेस सेटिंग्स का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया गया है. स्क्रीनशॉट में डेवलपर्स यूजर्स के निजी जानकारी, जिसके पास मेल भेजा जा रहा है उसकी ई-मेल आईडी, समय और पूरा मैसेज पढ़ सकते हैं. गौर करने वाली बात यह है कि यूजर्स से इसके लिए जो सहमति ली जा रही उसे इंसान पढ़ेगा या कंप्यूटर.
गूगल ने ई- मेल न स्कैन करने की बात कही थी
बता दें कि कुछ दिन पहले ही गूगल ने कहा था विज्ञापन के लिए अपने यूजर्स को ई-मेल को स्कैन नहीं करेगा. गूगल ने यह भी बताया है कि कुछ डेवलपर्स ने जीमेल अकाउंट एक्सेस के लिए उसे आवेदन किए थे, गूगल ने आवेदन को खारिज कर दिया हालांकि गूगल ने यह साफ नहीं किया है कि कितनी कंपनियों और कितने डेवलपर्स ने इसके लिए आवेदन किए थे.
हालांकि गूगल का कहना है कि वो उन्हीं कंपनियों को अपने यूज़र्स के मैसेज देखने देता है जिनके बारे में उसने पहले अच्छे से जांच-पड़ताल की होती है. और ये अनुमति सिर्फ तभी दी जाती है जब यूज़र ने उस थर्ड पार्टी को अपने "ई-मेल देखने की इजाज़त दी हो." कुछ ऐसा ही मामला हाल ही में फेसबुक के साथ हुआ जहां कैंब्रिज ऐनालिटिका डेटा स्कैंडल हुआ. यहां भी इसका जिम्मेदार एक थर्ड पार्टी ऐप ही था जिसे फेसबुक ने इजाजत दी थी.
इंटरनेट जाएंट ने हाल ही एंड्रॉयड यूजर्स के लिए कुछ नए फीचर्स रोलआउट किए है जिसकी मदद से जिमेल अकाउंट, रिव्यू सिक्योरिटी और प्राइवेसी ऑप्शन को नेविगेट करने में आसानी होगी. नए अपडेट के अनुसार गूगल ने नए सर्च फंक्शन और सेटिंग दी है जिसकी मदद से यूजर्स अपने अकाउंट को बदल और उसका पासवर्ड चेंज कर सकते हैं.