नई दिल्ली: पूरी दुनिया में #metoo को लेकर कई महिलाएं सामने आ रहीं हैं और अपने उन डरावने अनुभव को साझा कर रहीं हैं जहां उन्हें टॉर्चर, यौन उत्पीड़न और कई ऐसी चीजों को सहना पड़ा जिससे वो आजतक सहमी हुई हैं . इसमें बॉलीवुड से लेकर दुनिया की वो तमाम महिलाएं शामिल हैं जिनको इसका सामना करना पड़ा. इस मामले में अब इंटरनेट जगत की सबसे बड़ी कंपनी गूगल भी सामने आ चुकी है. गूगल ने गुरुवार को कहा कि यौन उत्पीड़न के आरोपों के तहत कंपनी अपने 48 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल चुकी है.


न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के जवाब में गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने बयान जारी कर कहा कि कंपनी के एक वरिष्ठ कर्मचारी एंडी रुबिन पर दुर्व्यवहार के आरोप लगे थे. इस पर कार्रवाई करते हुए एंडी को 90 मिलियन डॉलर का एग्जिट पैकेज देते हुए उनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं. बता दें कि एंडी मोबाइल दुनिया के सर्वाधिक लोकप्रिय ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्राइड के निर्माताओं में से एक हैं.


पिचाई ने कहा, ‘‘पिछले कुछ सालों में हमने कई बदलाव किए हैं. इसमें गलत व्यवहार करने वालों के लिए सख्ती से पेश आना भी शामिल है. न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में रुबिन या किसी अन्य के बारे में स्पष्ट तौर पर नहीं लिखा गया है.’’


पिचाई के मुताबिक, ‘‘हम सुरक्षित वर्कप्लेस उपलब्ध कराने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं. हम आश्वस्त करना चाहते हैं कि यौन उत्पीड़न और अनुचित व्यवहार की हर एक शिकायत का रिव्यू किया जाता है. हम हर मामले की जांच करने के बाद ही कार्रवाई करते हैं.’’ अखबार के अनुसार रुबिन के प्रवक्ता ने इन आरोपों से इनकार किया है. प्रवक्ता सैम सिंगर ने कहा कि रुबिन ने साल 2014 में एक कैपिटल फर्म 'प्लेग्राउंड' लॉन्च करने के लिए गूगल छोड़ने का फैसला किया था.