Google For India: 'गूगल पे' में टोकन कार्ड की सुविधा के साथ कंपनी ने लॉन्च की कई सेवाएं
टोकन कार्ड की सुविधा से यूज़र्स के कार्ड एक डिजिटल टोकन में बदल जाएंगे, जिसके ट्रानजैक्शन के जरिए किसी भी तरह की वस्तुओं की खरीदारी की जा सकती है. इस सुविधा से आपके कार्ड के नंबर और अन्य प्राइवेसी बनी रहेगी.
नई दिल्ली: दिग्गज टेक कंपनी गूगल ने अपने 'गूगल फॉर इंडिया इवेंट' के पांचवें वर्जन का आयोजन आज नई दिल्ली में किया. टेक दिग्गज ने 'गूगल पे' में आने वाले कई नए फीचर्स और फंक्शनालिटी के साथ-साथ अपनी कई सेवाओं के बारे में भी घोषणा की है. गूगल पे भारत में सबसे लोकप्रिय ऑनलाइन पेमेंट्स प्लेटफार्मों में से एक है. गूगल अब इस एप के माध्यम से टोकन कार्ड की शुरुआत करने जा रहा है.
सबसे पहले बात करते हैं टोकन कार्ड्स की. आज भारतीयों के पास 800 मिलियन से अधिक डेबिट कार्ड और 45 मिलियन से अधिक क्रेडिट कार्ड हैं. ऑनलाइन खरीदारी करते समय, यूजर्स को अक्सर अपने कार्ड के विवरण दर्ज करने होते हैं, जिसमें उनका कार्ड नंबर और उनके क्रेडिट या डेबिट कार्ड का सीवीवी नंबर शामिल होता है. इन कार्ड्स के इस्तेमाल के दौरान यूज़र्स अक्सर ऑनलाइन धोखाधड़ी और अन्य घोटालों के भी शिकार हुए हैं, लेकिन अब गूगल पे में टोकन कार्ड की सुविधा दी जाएगी, जिसकी वजह से यूज़र्स कार्ड से जुड़े फ्रॉड से बच सकते हैं.
गूगल पे में शुरू हुई टोकन कार्ड की सुविधा टोकन कार्ड की सुविधा से यूज़र्स के कार्ड एक डिजिटल टोकन में बदल जाएंगे, जिसके ट्रानजैक्शन के जरिए किसी भी तरह की वस्तुओं की खरीदारी की जा सकती है. इस सुविधा से आपके कार्ड के नंबर और अन्य प्राइवेसी बनी रहेगी.
गूगल आने वाले हफ्तों में एचडीएफसी, एक्सिस, कोटक और स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंकों की तरफ से जारी किए गए वीज़ा कार्ड के जरिए अपने इस फीचर को रोल आउट करेगा और आने वाले महीनों में मास्टरकार्ड और रुपे कार्ड के लिए भी कंपनी का प्लान तैयार है.
अब फीचर फोन से इस्तेमाल कर पाएंगे गूगल असिस्टेंट इस इवेंट के दौरान गूगल ने अपने वर्चुअल असिस्टेंट के नायाब फीचर के बारे में भी खुलासा किया. गूगल अपने 'गूगल असिस्टेंट' को फोन कॉल के माध्यम से भी भारत में लोगों के लिए उपलब्ध करा रहा है. इस सुविधा को पाने के लिए यूज़र्स को स्मार्ट स्पीकर या किसी स्मार्टफोन की जरूरत नहीं होगी. गूगल अपने असिस्टेंट को कई भाषाओं में भी उप्लब्ध कराने वाला है. इस सुविधा को लोगों तक पहुंचाने के लिए गूगल ने मोबाइल नेटवर्क प्रोवाइडर्स- वोडाफोन-आइडिया के साथ भागीदारी की है.
इस बारे में जानकारी देते हुए कंपनी ने कहा कि वह दो शहरों - कानपुर और लखनऊ में इस सेवा का टेस्ट कर रहे हैं. वोडाफोन-इंडिया के यूजर्स 000-800-9191-000 पर कॉल कर अंग्रेजी या हिंदी में असिस्टेंट से चैट कर सकते हैं. यह लाइन टॉल फ्री होगी, इस नंबर को डायल कर आप लाइव स्कोर, ट्रैफ़िक अपडेट जैसी कई सुविधाओं को हासिल कर सकते हैं. साथ ही यूजर्स अपने आस-पास की दुकानों के बारे में भी पता लगा सकते हैं.
.@mbronstein talks about how a big part of building an Assistant that’s truly yours is speaking your language. Watch him live at #GoogleForIndia ▶️ https://t.co/2xqmGyuQBL pic.twitter.com/VAaXekvoao
— Google India (@GoogleIndia) September 19, 2019
डाटा को लोकली स्टोर करने पर दिया जाएगा ध्यान इस मौके पर मौजूद सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि गूगल जैसी बड़े टेक प्लेटफॉर्म को ये सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके प्रोडक्ट्स यूज़र्स के लिए सुरक्षित हों. प्रसाद ने डाटा प्राइवेसी कानून के बारे में वहां मौजूद लोगों का ध्यान खींचा.
Google has also launched a feature on G-Pay mobile app where job seekers and employers can be connected using smart AI engine of Google. Currently this service has been launched for Delhi NCR region but soon it will be expanded. #GoogleForIndia2019 pic.twitter.com/XBQzzceTZF
— Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) September 19, 2019
भारत के 1.3 बिलियन लोगों और उनके मोबाइल डाटा की भारी खपत ने अमेरिकी टेक दिग्गजों जैसे- गूगल, फेसबुक और एमेजॉन के लिए एक प्रमुख मार्केट तैयार कर दिया है. डाटा प्राइवेसी को ध्यान में रखते हुए देश ने पहले से ही विदेशी पेमेंट सर्विस जैसे कि मास्टरकार्ड इंक और वीजा इंक को भारतीय यूजर्स के डाटा को भारत में ही स्टोर करने की बात पर जोर दिया गया है.