नई दिल्ली: टेक जाइंट गूगल ने यूजर्स की प्राइवेसी को ध्यान में रखते हुए नए टूल्स जारी किए हैं. इन टूल के जरिए यूजर्स गूगल से जुड़ी हुई ऐप्स और वेबसाइट्स पर अपने डेटा हिस्ट्री को कंट्रोल कर पाएंगे. नए टूल्स की मदद से गूगल की कोशिश यूजर्स के डेटा को पहले से ज्यादा सुरक्षित करने की है.


पॉसवर्ड चेक अप टूल


गूगल का नया पॉसवर्ड चेक अप टूल Chrome में सेव किए गए सभी पॉसवर्ड्स को ऑडिट करेगा. इस टूल को इस्तेमाल करने पर यूजर्स को मालूम चल जाएगा कि उनका अकाउंट किसी और जगह तो इस्तेमाल नहीं हो रहा है. इसके अलावा इस टूल से एक यूजर्स का कोई पॉसवर्ड ब्रेक हुआ होगा तो उसकी जानकारी भी मिल जाएगी. एक रिपोर्ट के मुताबिक ऑनलाइन दुनिया में एक यूजर्स के पास अवरेज 27 अकाउंट हैं. अगर आपको सभी अकाउंट्स के पॉसवर्ड्स Chrome में सेव हैं तो आप एक क्लिक में ही उन्हें सुरक्षा को चेक कर सकते हैं. इसके अलावा गूगल ने यूजर्स को सभी अकाउंट्स के लिए अलग-अलग पॉसवर्ड रखने की ऐडवाइस भी दी है.


तीन और नए टूल लॉन्च


गूगल ने अपने प्लेटफॉर्म को इंटरनेट पहले से ज्यादा सुरक्षित बनाने के लिए तीन और टूल भी लॉन्च किए हैं. गूगल असिस्टेंट में यूजर्स को अपना सब डेटा हिस्ट्री क्लियर करने का मौका मिलेगा. इतना ही नहीं यूजर्स गूगल असिस्टेंट में 7 दिन पहले के अपने डेटा की हिस्ट्री भी क्लियर कर सकते हैं. हालांकि यूजर्स को यह नया फीचर मिलने में अभी कुछ दिन का वक्त लगेगा. गूगल My Activity के पेज पर यूजर्स को इस नए फीचर को इस्तेमाल करने की जानकारी दी जाएगी.


गूगल मेप्स पर अब कंपनी यूट्यूब और Chrome की तरह Incognito मोड देने जा रही है. Incognito मोड मिलने के बाद यूजर्स के पास गूगल मेप्स पर अपने एक्टिविटी को टर्न ऑफ करने का विकल्प मिलेगा. जो भी यूजर्स यह चाहता है कि गूगल को आपकी एक्टिविटी का डेटा नहीं मिले वह Incognito मोड को ऑन कर सकता है. एंड्रायड यूजर्स को यह फीचर आने वाले कुछ हफ्तों में मिलने की संभावना है.


इसके अलावा गूगल का एक और नया फीचर यूजर्स को अपना लोकेशन डेटा, ब्राउजिंग हिस्ट्री और ऐप्स की एक्टिविटी को अपने आप डिलीट करने का विकल्प देगा. यह फीचर पहले एंड्रायड के यूट्यूब प्लेटफॉर्म पर काम करेगा. यूजर्स डेटा हिस्ट्री को डिलीट करने के लिए एक निश्चित समय भी सेट कर सकते हैं.