नई दिल्ली: आज के दौर में इंटरनेट एक ऐसा जरिया बन चुका है जहां आप अपने घर में बैठे बैठे मशहूर या अपने काम को वायरल कर सकते हैं. ऐसा ही कुछ यूट्यूबर्स भी कर रहें हैं. कई लोगों को रिव्यू करना पसंद होता है तो कई खेल पर बात करते हैं तो कई कॉमेडी. वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो खाने पकाने के शौकीन होते हैं और रेसिपी की बात करते हैं. लेकिन क्या आपने कभी ये सोचा है कि भारत की एक महिला जिसकी उम्र 107 साल है वो भी यूट्यूब पर वीडियो बनाती थी और उस महिला का भी चैनल था.

हम बात कर रहें हैं आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में गुड़ीवाड़ा की मस्तनम्मा की जो अपने खाने बनाने की अंदाज की वजह से यूट्यूब पर छा गई. लेकिन दुख की बात ये है कि अब मस्तनम्मा इस दुनिया में नहीं हैं. कल भारत की सबसे पुरानी यूट्यूबर की मौत हो गई.

मस्तनम्मा के पहले प्रशंसक उनके अपने पोते के. लक्ष्मण ही थे, जिन्होंने अपने दोस्तों के साथ एक रात खुद भोजन बनाने के बाद यूट्यूब पर एक चैनल शुरू करने का विचार किया और फिर दोनों ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. मस्तनम्मा हर तरह का खाना अपने यूट्यूब पर बनाती थी और उसकी रेसिपी भी बताती थी. वो ज्यादातर मांसाहारी खाना पकाती थी और खाना बनने के बाद उसे अपने गांव वालों के साथ शेयर भी करती थीं.



बता दें कि मस्तनम्मा के कुल 1,207,400 सब्सक्राइबर्स हैं. मस्तनम्मा अंडा डोसा, मछली फ्राइ, बैम्बू चिकन बिरयानी और दूसरे तरह की व्यंजन बनाने में काफी मशहूर थीं. अब मस्तनम्मा का यूट्यूब चैनल उनके पोते ही संभालेंगे.

कैसे हुई मस्तनम्मा के यूट्यूब चैनल की शुरूआत

मस्तनम्मा के पोते बताते हैं कि, 'एक रात को भूख लगाने पर, मेरे दोस्त और मैंने खुद के लिए कुछ खाना तैयार किया और उसी दौरान हमारे मन में एक यूट्यूब चैनल शुरू करने का विचार आया, ताकि लोग इन पकाने वाले ट्यूटोरियल को देख कर खाना बनाना सीख सकें. आश्चर्यजनक रूप से हमारा पहला वीडियो ही वायरल हो गया और तब मैंने इस चैनल को अपनी दादी की मदद से आगे चलाने का फैसला किया. जिससे लोगों को ताजी सामग्री के साथ खाना पकाने का पारंपरिक तरीका जानने और समझने का अवसर मिल सके. जब हम उनका वीडियो बना रहे थे, तब वे नहीं समझ पा रही थीं, कि ये सब क्या हो रहा है, लेकिन जब उन्हें पूरी बात समझ में आयी तो उन्हें बहुत खुश हुई.'