नई दिल्लीः पेटीएम की ऑनलाइन रिचार्ज प्लेटफॉर्म से पेंमेंट प्लेटफॉर्म बनने की कहानी को इंडिया रिसर्च सेंटर की ओर से हार्वर्ड बिजनेस स्कूल की केस स्टडी के रूप में शामिल किया गया है. इस केस स्टडी का टाइटल है 'पेटीएमः बिल्डिंग ए पेमेंट नेटवर्क'. जिसे हार्वड विश्वविद्यालय में पढ़ाने के उद्देश्य से इस्तेमाल किया जाएगा.


भारत की बदलती अर्थव्यवस्था में पेटीएम एक बड़ा नाम है. पेटीएम की प्राथमिकता है कि वह ऑफलाइन पेमेंट की मदद से छोटे व्यापारियों तक अपनी पहुंच बना सके. पेटीएम के संस्थापक और सीईओ विजय शेखर शर्मा ने कहा, “हम आधा अरब भारतीयों को अर्थव्यवस्था की मुख्यधारा में को लाने के मिशन पर काम कर रहे हैं जिससे एक ऐसा इको सिस्टम बनेगा जिसपर भारत को गर्व होगा. हमारे लिए देशवासियों को डिजिटल भुगतान से सक्षम बनाने का ये सफर अभी शुरु हुआ है. हावर्ड जैसे बड़े संस्थान के सैलेबस का हिस्सा बनना सौभाग्य की बात है.”


हावर्ड बिजनेस स्कूल के प्रोफेसर सुनील गुप्ता ने कहा, ' पेटीएम ने भारत में पेमेंट की दुनिया में बड़ी क्रांति लाई है और ये भारत के डिजिटल भविष्य का चमकता हुआ उदारण है.'


भारत में 30 लाख व्यापारी पेमेंट के लिए पेटीएम का इस्तेमाल करते हैं और इसके 185 मिलियन रजिस्टर्ड वॉलेट यूजर हैं.