फेक न्यूज़ पर सख्त Whatsapp:अखबारों में विज्ञापन देकर कहा, 'फर्जी खबरों को फैलाने पर लगाएं रोक'
पिछले 8 महीनों में भारत में व्हॉट्सएप पर फैली फेक न्यूज की वजह से अभी तक कई जानें जा चुकी हैं. सरकार और कंपनी के बीच कई बार मीटिंग भी हो चुकी है. जहां ये कहा गया है कि इससे लड़ने की पूरी तैयारी चल रही है. तो वहीं व्हॉट्सएप भी कई सारे फीचर्स लेकर आया है जिससे अब ये पता चल जाता है कि किस मैसेज को किसी ने फॉरवर्ड किया है और किसे खुद से लिखकर भेजा है.
नई दिल्ली: व्हॉट्सएप पर भेजा गया एक सिंगल मैसेज कई बार शेयर होता है तो वहीं उसमें कई बार बदलाव करके भी आगे वाले यूजर को फॉरवर्ड किया जाता है. लेकिन उस यूजर को इस बात की जरा सी भी भनक नहीं लगती कि वो फेक न्यूज है जिससे रोजाना नए नए तरीकों की मदद से फैलाया जा रहा है. पिछले 8 महीनों में भारत में व्हॉट्सएप पर फैली फेक न्यूज की वजह से अभी तक कई जानें जा चुकी हैं. सरकार और कंपनी के बीच कई बार मीटिंग भी हो चुकी है. जहां ये कहा गया है कि इससे लड़ने की पूरी तैयारी चल रही है. तो वहीं व्हॉट्सएप भी कई सारे फीचर्स लेकर आया है जिससे अब ये पता चल जाता है कि किस मैसेज को किसी ने फॉरवर्ड किया है और किसे खुद से लिखकर भेजा है.
व्हॉट्सएप लगातार कई जगह फेक न्यूज से बचने के लिए विज्ञापन देता है. जिससे लोगों की जानें न जा सके तो वहीं कई सारे लोगों को इस बारे में जागरूक किया जा सके. भारत में व्हॉट्सएप का इस्तेमाल कुल 200 बिलियन लोग करते हैं. ये एप आपको फ्री ऑडियो और वीडियो कॉलिंग की भी सुविधा देता है. तो चलिए आज हम आपको तीन स्टेप्स में बताते हैं कि आप कैसे फेक मैसेज को फैलने से रोक सकते हैं.
1. ऐसी खबरें पहचानिए जो झूठी (फेक) हो सकती हैं
ऐसे संकेतों की जांच कीजिए जिनसे यह तय करने में मिदद मिले कि जानकारी सच है या झूठ. जैसे फॉरवर्डेड मैसेजेस जिनका कोई स्त्रोत न हो, प्रमाण न हो या ऐसे मैसेजेस जिनसे आपको गुस्सा आए इस बात का संकेत हो सकते हैं कि वे सच नहीं हैं. फोटो, वीडियो और यहां तक कि वॉइस रेकॉर्डिंग भी एडिट दी जा सकती है ताकि आपको गुमराह किया जा सके.
2. अन्य स्त्रोतो से भी उसकी जांच कर लें
सच्चाई जानने के लिए ऑनलाइन सर्च कीजिए और भरोसेमंद समाटार साइटर्स से यह पता कीजिए कि यह स्टोरी कहां से आई है. अगर फिर भी शक हो तो सच्चाई जांचने वाली वेबसाइट्स, भरोसेमंद लोगों या कम्युनिटी लीडर्स से अधिक जानकारी हासिल कर लें.
3. अफवाहों को फैलने से रोकिए
अगर आपको लगता है कि कुछ फेक है तो लोगों से कहिए कि वो जानकारी शेयर करने से पहले उसकी जांच कर ले, मैसेज को सिर्फ इसलिए शेयर न करें क्योंकि कोई आपको शेयर करने के लिए कह रहा है. भले वो आपका मित्र ही क्यों न हों.