(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
रैनसमवेयर के बाद अब भारत पर 'फायरबॉल' मालवेयर का बड़ा खतरा!
न्यूयार्क: दुनिया भर के नेटवर्क जहां बड़े पैमाने पर हुए मालवेयर 'वानाक्राई' से उबरने में जुटे हैं, वहीं सुरक्षा फर्म 'चेक प्वाइंट' ने नए मालवेयर 'फायरबॉल' के बड़े पैमाने पर फैलने की चेतावनी दी है. जो अब तक 25 करोड़ कंप्यूटरों को प्रभावित कर चुका है और इससे सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में भारत भी शामिल है. वायर्ड डॉट कॉम ने शुक्रवार की रिपोर्ट में कहा है कि 'फायरबॉल' को ब्राउजर को हैक करने के लिए डिजायन किया गया है.
यह डिफाल्ट सर्च इंजन गूगल को बदल देता है और बीजिंग स्थित डिजिटल मार्केटिंग फम राफोटेक की तरफ से प्रभावित यूजर के वेब ट्रैफिक की निगरानी करता है.
फर्म ने यह भी कहा कि इस मालवेयर के प्रभाव में मशीन पर किसी भी कोड को दूर बैठे ही रन करने तथा नए मैलिकुलस (हानिकारक) फाइलों को डाउनलोड करने की क्षमता है.
चेक प्वाइंट के मुताबिक, "25 करोड़ के करीब कंप्यूटर बड़ी आसानी से इस मालवेयर के शिकार हो सकते हैं. यह मालवेयर कंप्यूटरों के एक्सेस के लिए बैकडोर सॉफ्टवेयर इंस्टाल कर देता है, जिसकी मदद से मॉलवेयर हमला करने वाले चीन के हैकर आसानी से उनका शोषण कर सकते हैं."
चेकप्वाइंट ने अपने ग्राहकों के नेटवर्क के विश्लेषण के आधार पर अनुमान लगाया है कि दुनिया भर में कॉरपोरेट नेटवर्क के पांच में से एक कंप्यूटर इस मालवेयर से प्रभावित हैं.