नई दिल्ली: भारत डिजिटल इंडिया की तरफ बढ़ रहा है और ऐसी तमाम चीजों को बढ़ावा दिया जा रहा है जिससे डिजिटल इंडिया प्लेटफॉर्म को और मजबूती मिले. लेकिन इस दौरान कुछ चीजें ऐसी भी हैं जिसे लगातार इंटरनेट पर बैन किया जा रहा है. इसमें कई एजेंसियां भी हैं जो ऐसी चीजों को बैन करना चाहती हैं. हम बात कर रहे हैं आज भारत में सबसे मशहूर मोबाइल गेम पबजी और युवाओं के बीच मनोरंजन का एक जरिया यानी की टिकटॉक एप.


इन एप्लिकेशन को इसलिए डिजाइन किया गया था जिससे आजकल के युवाओं का मनोरंजन हो सके लेकिन मनोरंजन शायद काफी पीछे रह गया, और अब ये लत बन चुका है. एक ऐसी लत जिसमें लोगों की जान भी जाने लगी है. बच्चे झूठ बोलने लगे हैं. पढ़ाई से मन हटता जा रहा है. रात भर मोबाइल गेम के पीछे भागते इन युवाओं को अब इसके सिवा और कुछ नहीं दिखता है. पहले जहां बच्चों को बाहर खेलना पसंद था तो वहीं अब मोबाइल गेम्स और एप्लिकेशन की आदत हो चुकी है. तकरबीन हर युवा के फोन में आपको टिकटॉक और पबजी एप्लिकेशन मिल जाएगा.


टिकटॉक


टिकटॉक एक ऐसा एप है जिसकी मदद से स्मार्टफ़ोन यूज़र छोटे-छोटे वीडियो बना और शेयर कर सकते हैं. इसमें गानें, फिल्मी डायलॉग्स, डांस वीडियो और दूसरी चीजें शामिल है. यानी की आप किसी भी वॉयसओवर को उठा लीजिए और फिर उसपर अपना वीडियो सेट कर अपलोड कर दीजिए. अगर सबकुछ सही रहा तो वो वीडियो तुंरत ही वायरल होने लगेगा.


ये एप 'बाइट डान्स' इसके स्वामित्व वाली कंपनी है जिसने चीन में सितंबर, 2016 में 'टिक-टॉक' लॉन्च किया था. साल 2018 में 'टिक-टॉक' की लोकप्रियता बहुत तेज़ी से बढ़ी और अक्टूबर 2018 में ये अमरीका में सबसे ज़्यादा डाउनलोड किया जाने वाला ऐप बन गया.


लेकिन इस एप को मद्रास हाईकोर्ट के आदेश के बाद आज गूगल ने आखिरकार भारत में टिकटॉक को ब्लॉक कर दिया है. अब आप गूगल प्लेस्टोर और एपल के एप स्टोर से इस एप को डाउनलोड नहीं कर सकते. भारत में टिकटॉक एप से लगातार विवाद खड़ा हो रहा था. कई युवा रोजाना इस एप पर अपना वीडियो अपलोड करते थे जो काफी वायरल भी होता था.


क्या था बैन का कारण


सोमवार को मद्रास उच्च न्यायालय के टिकटॉक एप पर प्रतिबंध लगाने के आदेश पर रोक लगाने से इंकार कर दिया था. मद्रास उच्च न्यायालय ने अश्लील सामग्री तक पहुंच होने की चिंताओं के चलते केंद्र सरकार को इस एप पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया था. लोगों का कहना था कि इस एप की वजह से समाज में अश्लीलता फैल रही है तो वहीं युवा अपनी पढ़ाई और सारा काम छोड़कर मशहूर होने के लिए दिन भर टिकटॉक वीडियो बनाते रहते हैं.


बता दें कि हर सिक्के के दो पहलू होते हैं. बैन पर कई युवाओं का ये कहना था कि, ''इससे उनकी आजादी छीनी जा रही है तो वहीं कई युवा ये भी कह रहे हैं कि जो भी हुआ काफी अच्छा हुआ. आप कुछ अच्छा करना चाहते हैं तो करिए लेकिन इससे आप गलत के साथ दूसरे युवाओं को भी खराब कर रहे हैं''.


PUBG


प्लेयर अननोन्स बैटलग्राउंड्स (PUBG) एक ऐसा ऑनलान गेम जिसे सबसे पहले पीसी, iOS और एक्सबॉक्स वर्जन पर लॉन्च किया गया था लेकिन अब इसे फोन पर भी लॉन्च किया जा चुका है. जैसे ही ये गेम फोन में आया सबसे पहले इसने उन बच्चों को टारगेट किया जो छोटी उम्र के हैं और ऑनलाइन गेमिंग के शौकीन हैं. लेकिन इस गेम में जैसे जैसे अपडेट आते गए ये गेम बड़े लेवल पर पहुंच गया और अब कई युवा इस गेम को लेकर काफी क्रेजी हो चुके हैं. इस गेम ने जैसे ही बाजार में अपनी एंट्री की बाकी सभी गेम मार्केट से गायब हो गए. यानी की अब बच्चों से लेकर बूढ़ों तक सभी इस गेम के पीछे पागल हो चुके हैं.


युवाओं को भड़तकाता है ये खेल


‘पबजी गेम’ में कई तरह के हाईटेक फीचर दिए गए हैं. इस ऑनलाइन गेम में अट्रैक्टिव ग्राफिक्स, पॉवरफुल साउंड और मोशन सेंसरिंग टेक्नोलॉजी का भी इस्तेमाल किया गया है. यह एक मिशन गेम है, जिसे आए हुए कुछ दो महीने से ज्यादा हुए हैं और बहुत ही कम समय में यह इतना ज्यादा लोकप्रिय हो गया है. यह एक प्रकार का एक्शन गेम है, इस वजह से भी यंगस्टर्स और बच्चे इसे ज्यादा पसंद कर रहे हैं. गेम में यूजर्स इंटरनेट की मदद से जुड़ जाते हैं और इस गेम का आनंद लेते हैं.


PUBG से हो चुकी है हत्याएं


बता दें कि कुछ महीने पहले अपने माता-पिता और बहन की कथित रूप से हत्या करने के लिए गिरफ्तार किए गए 19 साल के युवक को ऑनलाइन गेम 'पबजी' खेलने की लत थी और उसने महरौली में किराये पर एक कमरा लिया था जहां वह कक्षा से नदारद होकर अपने दोस्तों के साथ समय बिताता था और PUBG खेलता था. सूरज उर्फ सरनाम वर्मा ने कथित रूप से बुधवार को तड़के अपने पिता मिथिलेश, मां सिया और बहन की हत्या कर दी और इसके बाद घर में लूटपाट की ताकि ऐसा लगे कि यह डकैती की घटना है. ऐसा तब हुआ जब इस बच्चे को इसके मां बाप ने ये गेम खेलने से रोका. तो आप समझ सकते हैं जिस खेल में मारपीट, बंदूक, खून खराबा है और जो आपके बच्चों को लगातार कई घंटों तक व्यस्त करके रख रहा है वो खेल कितना खरनाक हो सकता है.


इन राज्यों में हो चुका PUBG बैन तो इतने हो चुके हैं हादसे


- महाराष्ट्र के हिंगोली जिले में दो युवक आनलाइन गेम पबजी खेलने के दौरान ट्रेन की चपेट में आ गए जिसमें उनकी मौत हो गई थी.


- गुजरात में PUBG गेम खेलने वाले लोगों पर कार्रवाई के बीच स्थानीय पुलिस ने तीन और लोगों को उनके फोन पर कथित तौर पर यह गेम खेलने के लिए गिरफ्तार किया था.


- पबजी पर रोक लगने के बावजूद राजकोट में पुलिस ने 12 लोगों के गेम खेलने पर गिरफ्तार कर लिया था.


- मुंबई में एक लड़के को घरवालों ने पबजी खेलने के लिए 37,000 रुपये का फोन नहीं दिया तो उसने सुसाइड कर लिया था.


- नेपाल में भी इस गेम को बैन कर दिया गया है.


गेम बैन होने पर क्या कहते हैं युवा


कई युवा जो इस खेल को खेलते हैं उनका मानना है कि ऐसे खेल बहुत कम आते हैं. हमें पता है हम ज्यादा खेलते हैं लेकिन समाज में इससे भी खतरनाक चीजें मौजूद हैं जैसे चोरी, मर्डर, नशा और दूसरी चीजें. हम वो सब तो नहीं करते. बस एक खेल ही खेल रहे हैं. जिन बच्चों को इस खेल की लत है उनके माता पिता को इसपर एक्शन लेना चाहिए. हम बाकी चीजों से दूर हैं. पुलिस को बैन करना है तो सिगरेट बैन करें, दारू बैन करें. लेकिन पुलिस और दूसरे लोग इस खेल को बैन कर रहे हैं. तो वहीं जो इस खेल को खेल रहा है उसे पकड़ रहे हैं.


बता दें कि Tech2 ने फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर एक पोल किया था जिमसें 39 प्रतिशत लोगों ने कहा कि पबजी पर बैन ठीक है तो वहीं 61 प्रतिशत लोगों का मानना था कि गेम पर बैन नहीं होना चाहिए. ये सबकुछ आपके कंट्रोल में है जहां मां बाप को अपने बच्चों पर कंट्रोल रखना चाहिए.