किया गया फेक सर्वे
लिंक पर क्लिक करते ही ये आपको एक यूआरएल www.jetairways.de. पर लेकर जाता है. जिसके बाद फ्री में टिकट पाने के लिए ये आपको एक सर्वे में हिस्सा लेने के लिए कहता है. सर्वे को पूरा करने के बाद यूजर के पास एक मैसेज फ्लैश होता है जिसमें लिखा होता है कि, बधाई हो आपको अब ये मैसेज व्हॉट्सएप पर अपने 20 दोस्तों के साथ शेयर करना हैं. मैसेज में आगे लिखा गया है कि आपको आपका फ्री टिकट 24 से 48 घंटों के भीतर मेल की मदद से मिल जाएगा.
फेक लिंक का किया गया इस्तेमाल
इस फेक मैसेज को पहचानने के कई तरीके हैं जैसे पेज का यूआरएल. पेज इस यूआरएल की मदद से खुलता है www.jetairways.de . जबकि जेट एयरवेज का ओरिजिनल यूआरएल ये है https://www.jetairways.com/en/in/home.aspx. वहीं आप जितनी बार सर्वे पर क्लिक करते हैं उतनी बार आपको फ्री टिकट पाने के लिए अलग तरह की एंट्री करनी पड़ती है. मैसेज को करीब से देखने पर पता चलता है कि एयरवेज में आई अक्षर गायब है.
नहीं पूछी जा रही आपकी ई-मेल आईडी
सर्वे के अंत में ये कहा जा रहा है टिकट आपको मेल पर भेजा जाएगा लेकिन प्रोसेस के दौरान आपसे कहीं भी आपकी मेल आईडी नहीं मांगी गई जिससे एक बात तो तय हो ही गया कि ये मैसेज पूरी तरह से फेक है. आपको बता दें कि फिल्हाल इस मैसेज से अभी तक लोगों को कोई नुकसान नहीं हुआ है लेकिन अक्सर इस तरह के स्पैम मैसेज साइबर क्रिमिनल द्वारा बनाए जाते हैं. जिससे आपका एप क्रैश हो सकता है.
इन फैक मैसेज पर क्लिक करने के बाद आपका पर्सनल डेटा और बैंक अकाउंट की जानकारी भी चोरी हो सकती है. इसलिए किसी भी मैसेज को खोलने से पहले एक बार सावाधान जरूर हो जाएं.