नई दिल्ली: जियो एक अप्रैल से अपनी मुफ्त सेवा बंद करने जा रही है और अब इसके ग्राहकों को शुल्क चुकाना होगा लेकिन इसके बाद भी कंपनी के ज्यादा ग्राहक उसके साथ बने रहेंगे. ब्रोकरेज फर्म बर्नस्टीन द्वारा किए गए शोध से यह जानकारी सामने आई है. बर्नस्टीन एक वॉल स्ट्रीट शोध और ब्रोकरेज कंपनी है.


रिपोर्ट में कहा गया है, "हमें उम्मीद थी कई लोगों ने जियो का 'मुफ्त' ऑफर अपनाया है, लेकिन वे इसकी कॉल क्वालिटी से नाराज हैं इसलिए जब कंपनी सेवाओं का शुल्क वसूलेगी तो कई लोग इसे छोड़ देंगे. लेकिन जो हमें देखने को मिला है, वह बिल्कुल अलग है."


आगे कहा गया है, "ग्राहक वफादारी के मामले में जियो सबसे आगे है और पहले से मौजूद कंपनियों से ग्राहक सेवा, डेटा कवरेज, डेटा स्पीड और हैंडसेट च्वाइस के मामले में ज्यादा अंक हासिल किए हैं." रिपोर्ट में बताया गया है कि ज्यादातर 2जी/3जी उपभोक्ता अगले साल 4जी फोन खरीदने की उम्मीद कर रहे हैं और उनमें से 80 फीसदी का कहना है कि उसके बाद वे जियो की सेवाएं लेना ही पसंद करेंगे.


सर्वेक्षण में यह भी बताया गया है कि कितने फीसदी जियो के उपभोक्ता 303 रुपये प्रति महीना सेवा शुल्क चुकाने के बाद जियो के साथ बने रहने के लिए तैयार हैं. इसमें बताया गया है, "हालांकि 67 फीसदी यूजर्स का कहना था कि उनका जियो सिम 'द्वितीयक' है, जबकि उनमें से कुल 63 फीसदी लोगों का कहना था कि वे जियो को अपना प्राथमिक ऑपरेटर बनाने की योजना बना रहे हैं, जबकि 28 फीसदी लोगों का कहना था कि वे जियो को अतिरिक्त सिम के रूप में इस्तेमाल करते रहेंगे." रिपोर्ट में कहा गया, "केवल 2 फीसदी यूजर्स ने कहा कि जियो की सेवाओं पर शुल्क लगने के बाद ये इसका उपयोग बंद कर देंगे."