JIO की एंट्री नहीं, अपनी वजहों से परेशानी में है एयरटेल, वोडाफोन और आईडिया
नई दिल्लीः मुकेश अंबानी की स्वामित्व वाली रिलायंस जियो ने जोर देकर कहा कि टेलीकॉम जगत में इस समय मुनाफे के हालात बेहतर बने हए हैं हालांकि, उसने तीन बड़ी टेलीकॉम कंपनियों पर साठगांठ का आरोप लगाया है. अंतर-मंत्रालयी समूह के सामने अपनी बातें रखते हुए जियो ने छोटी कंपनियों की वित्तीय समस्याओं के लिए एयरटेल, वोडाफोन और आइडिया जैसी पुरानी कंपनियों के कदम को जिम्मेदार ठहराया है.
जियो ने दावा किया कि ये तीनों कंपनियां साठगांठ कर रही हैं और छोटी कंपनियों की समस्याओं को दिखाकर राहत की मांग कर रही हैं. कंपनी ने क्षेत्र की स्थिति के लिए उद्योग संगठन सीओएआई को जिम्मेदार ठहराया और आरोप लगाया कि मौजूदा दबाव के लिए कई साल से सीओएआई की गैर-प्रतिस्पर्धी कार्रवाई को समान रूप से जिम्मेदार ठहराया.
जियो ने कहा कि मौजूदा दूरसंचार कंपनियां तकनीक में निवेश नहीं कर रही हैं और इसके बजाए क्षेत्र की समस्याओं के लिए नई कंपनी को जिम्मेदार ठहरा रही हैं. जियो का आरोप है कि पुरानी कंपनियां, नई कंपनियों को क्षेत्र में आने से रोकने की कोशिश करती रही हैं और नई तकनीक पेश करने से रोकती रही हैं. अब वे दूसरे पर आरोप लगा रही हैं और राहत की मांग कर रही हैं.
दिलचस्प है कि जियो ने स्पेक्टम के भुगतान के लिए जो समयसीमा आगे बढ़ाई गई, उसकी जगह तत्काल भुगतान की वकालत की है. वहीं दूसरी तरफ अन्य कंपनियां स्पेक्ट्रम की मियाद के अनुसार भुगतान का समय बढ़ाकर 20 साल करने की मांग कर रही हैं.
रिलायंस इंडस्टीज की कंपनी ने यह भी कहा कि दूरसंचार कंपिनयां नई प्रौद्योगिकी में निवेश नहीं कर रही और उनकी वित्तीय कठिनाइयों का एक बहुत बड़ा कारण यही है.