नई दिल्ली: मुकेश अंबानी की रिलांयस जियो ने हाल के दिनो में यूजर्स को फ्री डेटा और दूसरी चीजें देकर टेलीकॉम कंपनियों के बीच हंगामा मचा दिया है. जियो के इस कदम से कई टेलीकॉम कंपनियों के सब्सक्राइबर बेस में कमी देखी गई है. वहीं अब जियो फोन भी दूसरे स्मार्टफोन के लिए एक मजबूत दावेदारी पेश कर रहा है जिसमें सबसे बड़ा योगदान काईओएस ऑपरेटिंग सिस्टम का है.
KaiOS ऑपरेटिंग सिस्टम ने भारत में एपल के iOS को पीछे छोड़ दिया है और एंड्रॉयड के बाद दूसरे नंबर पर आ गया है. काईओएस ने भारतीय मार्केट में 15 प्रतिशत का शेयर हासिल कर लिया.
DeviceAtlas की रिपोर्ट के अनुसार एक और ओएस भारतीय मार्केट में अपना कमाल दिखा रहा है. काईओएस ने आईओएस को पीछे छोड़ दिया है और भारत में दूसरे नंबर का ओएस बन गया है. 15 प्रतिशत के कुल ट्रैफिक के साथ इसने एपल के 9.6 प्रतिशत वाले आईओएस को पीछे छोड़ दिया है. एंड्रॉयड फिलहाल सबसे ज्यादा 70 प्रतिशत के मार्केट शेयर के साथ पहले पायदान पर है. रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसा सिर्फ जियो फोन की वजह से हो पाया है.
काईओएस टीसीएल, एचएमडी ग्लोबल, माइक्रोमैक्स के साथ काम करता है और इसका पार्टनरशिप रिलायंस जियो, स्प्रिंट, एटी और टी, टी मोबाइल के साथ है. काईओएस पॉवर फोन में एक साल के अंदर 11400 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई जहां उसने 2018 के पहले क्वाटर में 23 मिलियन यूनिट्स को शिप किया.
हॉंग कॉंग बेस्ड काईओएस टेक्नॉलजी एक ऑपरेटिंग सिस्टम है जो स्मार्ट फीचर फोन में आता है. पिछले महीने गूगल ने काईओएस में 22 मिलियन डॉलर का निवेश किया था. पार्टनरशिप को देखते हुए गूगल असिस्टेंट, गूगल मैप्स, यूट्यूब और गूगल सर्च अब काईओएस यूजर्स को भी मिल पाएंगे.