नई दिल्ली: भारत में अगर स्मार्टफोन मार्केट की बात की जाए इसमें सबसे पहली चीज बजट स्मार्टफोन हैं जिन्हें पीछे छोड़ना काफी मुश्किल है. तो वहीं लोगों को महंगे स्मार्टफोन खरीदने का भरोसा दिलाना भी आसान नहीं है. कुछ ऐसा ही हाल एपल और सैमसंग का भी है जहां दोनों कंपनियों की रेवेन्यू में गिरावट दर्ज की गई है तो वहीं अब वनप्लस की वजह से भी दोनों कंपनियों को काफी नुकसान हो रहा है क्योंकि ज्यादातर भारतीय अब प्रीमियम स्मार्टफोन के रुप में वनप्लस को खरीद रहें हैं.
साल 2018 के क्वार्टर 2 में वनप्लस को प्रीमियम स्मार्टफोन सेगमेंट में 40 प्रतिशत मार्केट शेयर का फायदा हुआ था. इकनॉमिक टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2016-17 में भारत में कंपनी की रेवेन्यू 37.9 करोड़ रुपये थी तो वहीं साल 2018 में ये 150 करोड़ हो गई.
अक्टूबर 2018 में वनप्लस ने अपना फ्लैगशिप फोन लॉन्च किया जो OnePlus 6T है. इसे अमेरिका में लॉन्च किया गया था. इसके साथ ये पहला ऐसा ब्रैंड बन गया था जिसे अमेरिकी ब्रैंड टी मोबाइल के साथ साझेदारी कर लॉन्च किया गया. वहीं ये दूसरा ऐसा ब्रैंड है जो 31 प्रतिशत ऐसे यूजर्स के साथ आता है जो इसी ब्रैंड को चुनते हैं जबकि 44 प्रतिशत लोगों को कोई और ब्रैंड पसंद नहीं.
लेकिन यहां जो चीज यूजर्स को सबसे ज्यादा पसंद आ रही है वो ये हैं कि वनप्लस इकलौती ऐसी कंपनी बन गई है जो कम कीमत पर यूजर्स को बेहतरीन प्रीमियम फीचर्स दे रही है. कंपनी हमेशा नए फोन ला रही है लेकिन कीमत इस हिसाब से रखा जा रहा है जिससे यूजर्स इसी ब्रैंड से जुड़े रहे. वहीं दूसरी तरफ एपल और सैमसंग को इस रुप में नुकसान पहुंच रहा है जहां कंपनी रोजाना नए बदलाव कर रही है जो लोगों को पसंद नहीं आ रहे.