नई दिल्ली: यूजर्स का डेटा आज कहीं भी सेफ नहीं है. इसका मुख्य कारण ये है कि आजकल हम न जानें कितनी सारी वेबसाइट्स और दूसरी कंपनियों के साथ अपना डेटा शेयर करते हैं वहीं हमें इस बात की भी जानकारी नहीं होती कि आगे हमारा ये डेटा और कहां कहां शेयर हो रहा है. कुछ ऐसा ही ग्रेटर नोएडा के एक व्यक्ति ने भी करने की कोशिश की जिसके बाद उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया.
दरअसल 23 साल के नंदन राव पटेल को 14 लाख ऑनलाइन यूजर्स के डेटा बेचने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है. पटेल इस डेटा को रिटेल कंपनियों को बेचता था. पुलिस ने कहा कि ये डेटा कई फर्जी कॉल सेंटर्स के पास भी जाते थे जिसके बाद यूजर्स को धोखाधड़ी का शिकार बनाया जाता था. STF ऑफिसर्स ने कहा कि जब उन्हें कई ऑनलाइन यूजर्स के साथ एक बैंक का भी फोन आया जिसमें डेटा चोरी करने की बात कही गई थी. ऐसे वक्त में पुलिस हरकत में आई. कई लोगों को फेक कॉल सेंटर के जरिए भी ठगा जा चुका है.
बता दें कि व्यक्ति एमिटी यूनिवर्सिटी में MBA के फाइनल इयर में है. पटेल को शनिवार रात 8 बजे गिरफ्तार किया गया जहां उसके पास से 2 मोबाइल फोन और लैपटॉप मिला जिसमें 14 लाख यूजर्स का डेटा मौजूद था.
आरोपी ने अपने बयान में कहा कि वो एक डिजिटल मार्केटिंग कंपनी का डायरेक्टर है जहां उसने पहले से काम कर रहे ई कॉमर्स साइट के 2 कर्मचारियों से 2-3 यूजर्स का डेटा निकलवाया और उसे दिल्ली, बिहार, राजस्थान, महाराष्ट्र और पंजाब के फेक कॉल सेंटर में दे दिया. इसके बाद फेक कॉल सेटर्स यूजर्स को धोखा देकर उन्हें कई रुपये का चूना लगाते थे. आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है.