वाशिंगटनः फेसबुक डेटा लीक मामले में सीईओ मार्क जकरबर्ग को सीनेटर्स के सामने बुधवार को पेशी के दूसरे दिन काफी मुश्किल सवालों का सामना करना पड़ा. कांग्रेस वुमेन एना एसको के डेटा चोरी होने के सवाल पर जकरबर्ग ने माना कि कैंब्रिज एनालिटिका मामले में उनका पर्सनल डेटा चोरी हुआ.


दरअसल एक 'हां या ना' सवालों के सेशन में एना ने मार्क जकरबर्ग से सवाल किया कि क्या थर्ड पार्टी को बेचे गए डेटा में उनका भी डेटा शामिल था? इसके जवाब में जकरबर्ग ने कहा, 'हां मेरा पर्सनल डेटा भी चोरी किया गया.'


भारत सहित सभी देशों के चुनाव पर नजर
सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग ने कहा है कि रूस में 'हथियारों की होड़' का ऑनलाइन प्रचार हो रहा है और यह तय करना महत्वपूर्ण है कि भारत सहित कहीं भी चुनाव में हस्तक्षेप न हो सके. जकरबर्ग ने अमेरिकी कांग्रेस के सामने पांच घंटे की पेशी के दौरान यह बात कही. 44 सीनेटरों के सामने उन्होंने कहा, "इस समय मुझे सबसे ज्यादा इस बात की परवाह है कि दुनिया भर में 2018 में होने वाले चुनाव में कोई हस्तक्षेप न हो."


उन्होंने कहा, "अभी रूस में ऐसे लोग हैं, जिनका काम दुनियाभर के चुनावों में दखलंदाजी करना है, जिससे यह एक ऑनलाइन युद्ध में बदलता जा रहा है."


33 साल जकरबर्ग दुनिया के सबसे कम उम्र के अरबपतियों में से एक हैं. सीनेटर्स के बाद उन्हें सदन मंडल में भी गवाही देनी है. इस दौरान जकरबर्ग ने कहा है कि फेसबुक यह तय करेगा कि भारत या किसी अन्य स्थान पर उसका दुरुपयोग न हो.


फेसबुक ने सोमवार को कहा था, "हमारा लक्ष्य ब्राजील, भारत, मेक्सिको और अमेरिका में मध्यावधि चुनावों पर फेसबुक के प्रभाव का विश्लेषण करना और उसके अनुसार अपनी आगे की नीतियां और उत्पाद बनाना है."


हमारी गलती से डेटा हुआ लीक
जुकरबर्ग ने कहा, "फेसबुक एक आदर्शवादी और आशावादी कंपनी है. अपनी उपलब्धता ज्यादा से ज्यादा करने के लिए और लोगों को जोड़ने के लिए हमारा ध्यान हर अच्छी बात पर है."


उन्होंने कहा, "लेकिन अब यह स्पष्ट हो गया है कि इन टूल्स का दुरुपयोग रोकने के लिए हमने पर्याप्त कोशिश नहीं की."


जकरबर्ग ने कहा, "इससे चुनावों को प्रभावित करने के लिए 'फेक न्यूज' आने लगीं, हमारी जिम्मेदारी में हमसे लापरवाही हुई, जो मेरी एक बड़ी गलती थी और मैं इसके लिए माफी मांगता हूं."