नई दिल्ली: वनप्लस फाउंडर और सीईओ पीट लाउ ने कहा कि वनप्लस ने भारत में शानदार प्रदर्शन किया है और कंपनी ने सिर्फ दो चीजों पर ही फोकस किया है जिसमें एक समय  पर एक ही प्रोडक्ट पर फोकस करना और दूसरा है अपने यूजर्स पर ध्यान देना.


मंगलवार को ग्लोबल रिसर्च फर्म काउंटरप्वाइंट ने कहा कि वनप्लस ने सैमसंग को पछाड़ दिया है और साल 2018 के सेकेंड क्वार्टर में वो प्रीमियम स्मार्टफोन सेगमेंट में नंबर 1 बन गया है. बता दें कि प्रीमियम स्मार्टफोन सेगमेंट 30,000 रुपये के ऊपर वाले फोन होते हैं. वनप्लस का शेयर जहां 40 प्रतिशत है तो वहीं 34 प्रतिशत के साथ सैमसंग दूसरे नंबर पर है जबकि एपल को सिर्फ 14 प्रतिशत के शेयर मिले हैं.





काउंटरप्वाइंट के अनुसार वनप्लस के हर फ्लैगशिप स्मार्टफोन के लॉन्च के साथ भारत में कंपनी का यूजर बढ़ा है. जो अब रिकॉर्ड सेल्स की तरफ बढ़ रहा है. पिछले क्वार्टर में हमने वनप्लस 6 लॉन्च को देखा था जहां फोन को खरीदने के लिए लोगों को लंबी कतारों में लगना पड़ा.





वैसे भारतीय स्मार्टफोन बाजार की बात करें तो सैमसंग और शाओमी की कड़ी टक्कर चल रही है. रिसर्च में कहा गया है कि भारत में 20,000 रुपये तक के मोबाइल बाजार में चाइनीज मोबाइल कंपनियों की हिस्सेदारी 62 प्रतिशत तक हो गई है जो कि साल 2014 में 17 फीसदी थी. काउंटरप्वाइंट रिसर्च पार्टनर और रिसर्च डायरेक्टर नील शाह का कहना है कि चाइनीज कंपनियों ने भारत में अपने फोन के वितरण को काफी हद तक बढ़ा दिया है और वे बाजार को बेहतर तरीके से समझ रही हैं. ऐसे में एप्पल और सैमसंग को बाजार को समझने के लिए नए तरीके इजाद करने होंगे.


लाउ का जवाब


लाउ ने कहा कि भारत वनप्लस का सबसे बड़ा बाजार है जहां यूजर बेस सबसे ज्यादा है. लाउ ने आगे कहा कि कंपनी की रेवेन्यू में तीसरा हिस्सा भारत के यूजर बेस से आता है. साल 2017 में यही ग्लोबल रेवेन्यू 1.4 बिलियन डॉलर का था. बता दें कि भारत में इस स्मार्टफोन को 18 से 24 साल की उम्र के लोग सबसे ज्यादा इस्तेमाल करते हैं. लाउ ने 2013 में कंपनी की कमान संभाली थी और उसी समय वनप्लस की भी शुरूआत हुई थी.