नई दिल्ली: क्या मोबाइल पर बात करते समय आपकी आवाज अचानक गायब हो जाती है या फोन कट जाता है? अगर हां तो इस प्रॉब्लम से केवल आप ही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी परेशान हैं. दरअसल, पिछले दिनों दिल्ली एयरपोर्ट से अपने आधिकारिक आवास पर जाते समय उन्हें बात करते समय काफी दिक्कत हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके बाद टेलिकॉम विभाग को निर्देश दिया है कि वह इस समस्या का जल्दी से समाधान निकालें.


देश में 120 करोड़ मोबाइल उपभोक्ता हैं. उपभोक्ताओं को कॉल ड्रॉप या कॉल म्यूट की समस्या से सामना करना पड़ रहा है. कॉल ड्रॉप मतलब है, किसी से मोबाइल फोन पर बात खत्म होने से पहले अचानक तकनीकि खामी से कॉल कट जाना और कॉल म्यूट का मतलब है, किसी से मोबाइल फोन पर बातचीत के दौरान ही आवाज आनी या जानी बंद हो जाए. लेकिन कॉल चलती रही.


भारत के 120 करोड़ मोबाइल उपभोक्ताओ में से करीब 94% प्री पेड उपभोक्ता हैं. प्रीपेड उपभोक्ता औसत मोबाइल फोन रिचार्ज 10 रुपए का कराता है. प्री पेड उपभोक्ता के लिए कॉल ड्रॉप-कॉल म्यूट होना बड़ा नुकसान है. पोस्ट पेड उपभोक्ता के लिए कॉल ड्रॉप-कॉल म्यूट पैसे से ज्यादा समय की बर्बादी है.


सवाल उठता है कि ऐसा क्या सिर्फ मोबाइल टावर की कमी के कारण हो रहा है? मोबाइल ऑपरेटर कंपनियों के संगठन के डीजी राजन एस मैथ्यू एक और वजह बताते हैं. उन्होंने कहा कि स्मार्टफोन भी नेटवर्क के लिए परेशानी बन रहे हैं. विदेशों से जो सस्ते स्मार्टफोन लाए जा रहे हैं, उनको ठीक से नहीं बनाया जा रहा है. ऐसे हैंडसेट जब टावर के करीब होते हैं तो ज्यादा पावर खींचते हैं. जिससे आस-पास के लोगों तक नेटवर्क सही मात्रा में नहीं पहुंच पाता है.


'कंपनियां नेटवर्क पर नहीं करती हैं खर्च'
हांलाकि जानकारों का मानना है कि सेल्युलर कंपनियों की ऐसी दलील सिर्फ अपनी कमी छुपाने का एक तरीका है. उनका कहना है कि मोबाइल टावर लगाने में खर्च करने से कंपनियां बचती हैं. उपभोक्ता बढ़ते गए लेकिन कंपनियां आधारभूत ढांचा मजबूत नहीं कर पाईं. आरोप ये भी लगते हैं कि वॉयस कॉल ले जाने वाले इलेक्ट्रो-मैग्नेटिक स्पैक्ट्रम को उपभोक्ता के लिए खर्च करने की जगह कंपनियां स्पेक्ट्रम को दूसरी मुनाफे की जगहों पर खर्च करने में दिलचस्पी रखती हैं. टेलीकॉम एक्सपर्ट पंकज महेंद्रू ने कहा कि कंपनियां नेटवर्क पर निवेश नहीं कर रही है. सबसे बड़ी वजह यही है.


सरकार की दलील
कॉल ड्रॉप और कॉल म्यूट होने की समस्या पर संचार मंत्री मनोज सिन्हा ने कहा कि कॉल ड्रॉप पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है लेकिन काफी कम हुआ है. हम इस समस्या से निपटने के लिए लगातार मॉनीटर कर रहे हैं.