मुंबई: एक तरफ जहां परीक्षा के दिनों में अपने बच्चों को लेकर चिंतित मांएं ऊपर वाले से यही प्रार्थना कर रही हैं कि वे इस PUBG जैसे ऑनलाइन गेम्स से उनके बच्चों को बचा लें तो वहीं बच्चों के बीच इस गेम को लेकर खूब दीवानगी देखने को मिल रही है. इसके ठीक उलट अब मुंबई में 11 साल के बच्चे ने इस खेल पर पाबंदी लगाने की मांग की है. इस बच्चे ने अपनी मांग को लेकर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.
जिस बच्चे ने कोर्ट में याचिका दाखिल की है उसका नाम अहद नियाज़ है और वह छठी क्लास में पढ़ता है. अहद की उम्र 11 साल है. अहद ने अपने पेशे से वकील मां मरियम नियाज के साथ सरकार और कोर्ट से गुहार लगाई है कि PUBG खेल बंद होनी चाहिए. अहद निजाम के अनुसार यह गेम खेलने वालों के मन में बुरे विचार आते हैं. यह गेम मार-पीट और चोरी जैसी सोच को बढ़ावा देता है.
अहद नियाज का कहना है कि इसी वजह से उसने सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े को पत्र लिखकर तत्काल इस गेम पर प्रतिबंध लगाने का अनुरोध किया है.
बता दें कि इस खेल को मोबाइल में ऑनलाइन खेला जाता है. खेल 10 मिनट का भी होता है और खेलते खेलते 10 घंटे हो जाए तो पता नही चलता. दूर बैठे अनजान व्यक्ति के साथ भी टीम बनाकर यह ऑनलाइन गेम खेला जाता है. इसमें खिलाड़ी एक दूसरे से बात कर सकते है. खेल के दौरान, मारो , बम फोड़ो, शूट करो, ग्रेनेड फेको, लूटो जैसे शब्द के अलावा खिलाड़ियों द्वारा गाली देना भी सामान्य है. यह गेम न होकर लत जैसा होता जा रहा है.
कई जगहों से ऐसी खबरें भी आई है कि लोग गेम खेलने के चक्कर में कई बार वह रात-रात भर जागते रह जाते हैं. गेम खेलने वाले बच्चों की माने तो इस खेल को खेलकर आर्मी के कमांडो जैसा एहसास होता है. अभिभावकों की माने तो बच्चे घंटो मोबाइल में गेम खेलते है और बाहर प्ले ग्राउंड में जाकर खेलना बंद हो गया है.
वहीं मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. सागर मुंदडा का कहना है कि बच्चों में पब-जी बेहद चर्चित गेम है. इसमें अकेले खेलने के अलावा ग्रुप में भी खेलने की सुविधा होती है, जिससे कई बार ग्रुप में बच्चे इसे खेलते हैं और इसकी लत का शिकार बन जाते हैं. हर महीने हम 10-15 ऐसे बच्चों को इलाज दे रहे जो इस गेम की लत के गिरफ्त में हैं.
क्या है PUBG
PUBG यानी की प्लेयर अननोन्स बैटलग्राउंड्स (PUBG) एक ऐसा ऑनलान गेम जिसे सबसे पहले पीसी, iOS और एक्सबॉक्स वर्जन पर लॉन्च किया गया था लेकिन अब इसे फोन पर भी लॉन्च किया जा चुका है. जैसे ही ये गेम फोन में आया सबसे पहले इसने उन बच्चों को टारगेट किया जो छोटी उम्र के हैं और ऑनलाइन गेमिंग के शौकीन हैं. लेकिन इस गेम में जैसे जैसे अपडेट आते गए ये गेम बड़े लेवल पर पहुंच गया और अब कई युवा इस गेम को लेकर काफी क्रेजी हो चुके हैं. इस गेम ने जैसे ही बाजार में अपनी एंट्री की बाकी सभी गेम मार्केट से गायब हो गए. यानी की अब बच्चों से लेकर बूढ़ों तक सभी इस गेम के पीछे पागल हो चुके हैं.
क्या है PUBG? जिसे खेलते ही बच्चों के मुंह से निकल रहा है, 'मुझे तो तेरी लत लग गई'
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