नई दिल्ली: अपने शुरुआती छह महीनों में 10 करोड़ ग्राहकों को जोडने वाले रिलायंस जियो ने भारत को विश्व में 4G एवलेबिलिटी के मामले में 15वें स्थान पर पहुंचा दिया है. बुधवार को लंदन की वायरलेस कवरेज मैपिंग कंपनी ओपनसिग्नल की रिपोर्ट में ये जानकारी सामने आई.


ओपनसिग्नल की 'स्टेट ऑफ LTE' की रिपोर्ट के अनुसार, भारत की 2016 की तीसरी तिमाही में 4G एवलेबिलिटी 71.6 प्रतिशत थी, जो अब 2017 की पहली तिमाही में उछाल के साथ 81.6 प्रतिशत पर आ गई है.


ओपनसिग्नल के सीईओ ब्रेंडन गिल ने एक बयान में कहा, "भारत बहुत ही तेजी से बदलता मोबाइल बाजार है. यहां की सरकार और प्राइवेट कंपनी को लगातार अधिक से अधिक मौकों को सुनिश्चित करना और विश्व सूची में सभी मानकों पर ऊंचाई पर पहुंचना होगा, ताकि हाई-स्पीड की क्वालिटी और अपने मोबाइल यूजर्स के लिए मोबाइल नेटवर्क का बेहतर अनुभव दिया जा सके."


हालांकि, जब बात 4G डाउनलोड स्पीड की आती है तो भारत पीछे है. भारत में 4G डाउनलोड की औसत स्पीड 5.1 मेगाबाईट प्रति सेकेंड(एमबीपीएस) है.
रिपोर्ट बताती है, "यह 4G डाउनलोड स्पीड विश्व में औसतन 3G डाउनलोड स्पीड से मामूली स्तर पर अधिक है, जोकि 4.4 एमबीपीएस है."


जियो के अलावा भारतीय बाजार में बाकी ऑपरेटर्स की उपलब्धता का स्तर 60 प्रतिशत के आसपास है.


4G उपलब्धता के मामले में दक्षिण कोरिया ने सबसे ज्यादा अंक हासिल किया है और इस परीक्षण में 4G डाउनलोड स्पीड मामले में वह दूसरा सबसे ज्यादा स्पीड वाला देश है.


अपनी इस रिपोर्ट के लिए ओपनसिग्नल ने 75 देशों को शामिल करते हुए, सामान्य उपयोग के लिए रोजाना स्मार्टफोन का उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं से यह आंकड़े जुटाए थे.


रिपोर्ट बताती है, "हालांकि, नई LTE नेटवर्क के साथ कई देशों की 4G उपलब्धता सीमित हो सकती है, लेकिन अपने लाईट लोड्स के कारण तेज स्पीड पा सकते हैं."