नई दिल्ली: रिलायंस रिटेल नय कॉमर्स मल्टी चैनल रिटेल की शुरूआत करने की योजना बना चुका है जहां कई लाखों किराना दुकान और दूसरे छोटे स्टोर्स को शामिल किया जाएगा. लेकिन अब वॉलमार्ट अधिकृत फ्लिपकार्ट भी इसे टक्कर देने के लिए अपनी कमर कस चुका है. इसकी शुरूआत फ्लिपकार्ट 15,000 छोटे दुकान, ब्यूटी सलून, बेक्री और दवाई की दुकानों से करेगा. वहीं आनेवाले समय में ये और भी प्रोडक्ट्स को शामिल करेगा तो वहीं इन स्टोर्स को डिलीवरी एजेंट्स की मदद से संचालित किया जाएगा.
ई कॉमर्स जाएंट फिलहाल इसकी शुरूआत तेलंगाना से कर रहा है जहां 800 छोटे दुकानदार मोबाइल फोन को फ्लिपकार्ट एप के जरिए बेच रहे हैं. इसके लिए फ्लिपकार्ट ने इन दुकानदारों से साझेदारी की है. इन दुकानों को अलग से बिजनेस के लिए फ्लिपकार्ट एप से लिंक किया गया है. इसमें ज्यादातार किराना दुकान हैं तो आनेवाले समय में और भी दुकानों को शामिल किया जा सकता है.
देश की ई-कॉमर्स कंपनियों ने समय के साथ भारत में पहुंच बढ़ाई है और वे फूड से फैशन कैटिगरी में हर साल अरबों डॉलर का कारोबार कर रही हैं. लेकिन यह भी सच है कि देश में 95 पर्सेंट रिटेल बिजनस पर अभी भी फिजिकल स्टोर्स का कब्जा है. रिलायंस के इस साल ई-कॉमर्स सेगमेंट में उतरने इन कंपनियों के बीच मुकाबला तेज होगा. रिलायंस भी किराना स्टोर्स को बड़े स्तर पर अपने ऑनलाइन प्लैटफॉर्म से जोड़ने की योजना पर काम कर रही है.
फ्लिपकार्ट तेलंगाना के प्रोजेक्ट के जरिए हर महीने 15-20 करोड़ के स्मार्टफोन बेच रही है. इससे कंपनी उत्साहित है और आने वाले महीनों में वह इस मॉडल को देशभर में ले जाना चाहती है. उन्होंने बताया कि इससे फ्लिपकार्ट और दुकानदारों दोनों को फायदा होगा. इससे ई-कॉमर्स कंपनी को मोबाइल फोन जैसे प्रॉडक्ट्स के लिए नए ग्राहक मिलेंगे तो दुकानदारों को हर सौदे पर कमीशन.
फ्लिपकार्ट की फैशन यूनिट मिंट्रा भी 50 शहरों में 9,000 छोटे स्टोर्स के जरिये डिलीवरी कर रही है. उसने इसके लिए मेंसा नेटवर्क को 2017 में शुरू किया था. हालांकि, फ्लिपकार्ट पहली बार सामान बेचने के लिए छोटी दुकानों का इस्तेमाल करने जा रही है. रिलायंस ऑफलाइन और ऑनलाइन को एक साथ जोड़ने की योजना बना रहा है. इसकी मदद से प्रोडक्ट्स को लोगों के घर तक पहुंचाया जाएगा वहीं यूजर्स के पास रिलायंस नेटवर्क के स्टोर या फिर ऑउटलेट्स से खरीदने का मौका होगा.