नई दिल्ली: वेब पर अगर इंस्टैंट मैसेंजर के रूप में याहू की तरफ से जो सबसे पहला प्रोडक्ट था वो याहू मैसेंजर था. लेकिन अब इस मैसेंजर को पूरी तरह से खत्म कर दिया गया है. याहू ने इस बात का ऐलान किया है कि वो इस मैसेंजर को आज यानी 17 जुलाई से हमेशा के लिए खत्म कर रहा है. तो चलिए अंतिम बार उन यादों को जरूर ताजा कर लें जो इस मैसेंजर के साथ जुड़ी थी.


याहू मैसेंजर सिर्फ आज अंतिम दिन काम करेगा जिसके बाद यूजर्स न तो चैट कर पाएंगे और न ही इसकी कोई सर्विस का इस्तेमाल कर पाएंगे. मैसेंजर को खत्म करने को लेकर याहू ने इस बात की जानकारी दी है कि याहू के बदले कंपनी कुछ नया और बेहतर लेकर आएगी जिससे वो यूजर्स को अपने साथ जोड़ सके. कंपनी ने आगे कहा कि हमें पता है कि हमारे कई ऐसे लॉयल कस्टमर्स हैं जिन्होंने सबसे पहले याहू मैसेंजर की ही इस्तेमाल किया था.


यूजर्स को करना होगा हिस्ट्री डाउनलोड


कंपनी ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि याहू के बदले अगर यूजर्स कोई मैसेंजर का इस्तेमाल करना चाहेंगे तो उनके लिए ऑप्शन है कि वो हमारा नया मैसेजिंग एप इस्तेमाल कर सकते हैं जिसे याहू स्क्विरल के नाम से जाना जाएगा और जो फिलहाल बीटा वर्जन के रूप में उपलब्ध है.


अगर आप उन यूजर्स में हैं तो याहू आपको 6 महीने का समय दे रहा है जिससे आप अपने चैट हिस्ट्री को डाउनलोड कर सकते हैं क्योंकि मैसेंजर बंद होने के बाद यूजर्स के लिए ऐसा करना नामुमकिन होगा. याहू ने ये भी कहा कि मैसेंजर बंद होने के बाद यूजर्स को अकाउंट आईडी पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा और मेल और फैंटिसी और दूसरी चीजें पहले की तरह चलती रहेंगी.


1998-2018


मार्च 1998 में याहू को एक पेजर के रुप में लॉन्च किया गया जिसके बाद 21 जून 1999 को याहू मैसेंजर को फिर से रिब्रैंड किया गया. साल 2001 में याहू के साथ 11 मिलियन यूजर्स जुड़े जिसके बाद ये तादाद 2003 में बढ़कर 17 मिलियन तक हो गई. यूजर्स का भरोसा बढ़ता गया और लोग मैसेंजर से जुड़ते गए जिसके बाद 2009 में याहू के साथ कुल 122.6 मिलियन लोग जुड़ गए. साल 2012 में पब्लिक चैट रुम को याहू मैसेंजर से हटा दिया गया. वहीं 2014 में गेम्स हटाए गए और साल 2015 में याहू को अपना नया वर्जन मिला. आज यानी की 17 जुलाई 2018 को याहू को हमेशा के लिए लॉग ऑफ कर दिया गया.