नई दिल्ली: अगर आप ये सोचते हैं कि आपकी टॉयलेट सीट पर ही सबसे ज्यादा कीटाणु पाए जाते हैं तो एक बार अपना स्मार्टफोन का स्क्रीन भी चेक कर लें. एक रिसर्च में इस बात का खुलासा हुआ है कि आपके स्मार्टफोन की स्क्रीन एक टॉयलेट सीट से 3 गुना ज्यादा कीटाणु होते हैं.
रिसर्च में ये कहा गया कि 35 प्रतिशत लोग ऐसे हैं जो अपने स्मार्टफोन का स्क्रीन कभी साफ नहीं करते हैं. इस रिसर्च का खुलासा इंश्योरेंस2गो ने किया है. ये इंग्लैंड की एक गैजेट इंश्योरेंस प्रोवाडर कंपनी है. बता दें कि 20 में से सिर्फ एक स्मार्टफोन यूजर ऐसा होता है जो अपने स्मार्टफोन का स्क्रीन 6 महीने में एक बार साफ करता है. आप ही सोचिए की आप स्क्रीन गंदा होने पर हाथ से साफ करते हैं या कोई लिक्विड डालकर.
रिसर्च के दौरान रिसरचर्स ने स्मार्टफोन पर कीटाणु को लेकर टेस्ट किया जिसमें आईफोन 6, सैमसंग गैलेक्सी नोट8 और गूगल पिक्सल मौजूद थे. रिसर्च खत्म होने के बाद इस बात का पता चला कि छोटे से छोटे कीटाणु हर स्मार्टफोन की स्क्रीन पर थे.
कीटाणु को लेकर ये कहा गया कि स्क्रीन पर मौजूद इन कीटाणुओं से स्कीन की परेशानी और दूसरी हेल्थ से जुड़ी हुई दिक्कतें सामने आ सकती है. तीनों स्मार्टफोन्स पर कुळ 254.9 यूनिट पाए गए तो वहीं एक स्क्रीन पर 84.9. इससे इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि आपकी टॉयलेट सीट पर 24 यूनिट कीटाणु होते हैं तो वहीं ऑफिस के कीबोर्ड पर सिर्फ 5.
वहीं स्मार्टफोन के पीछे सिर्फ 30 जबकि लॉक बटन पर 23.8 और होम बटन पर एवरेज 10.6. इंश्योरेंस2गो को सेल्स और मार्केटिंग मैनेजर गैरी बीसटन ने कहा कि हम अपने स्मार्टफोन को हमेशा अपने पास रखते हैं और उसे हर जगह लेकर जाते हैं. जिससे कीटाणुओं की तादाद बढ़ती रहती है. वहीं रिसर्च में ये भी कहा गया है कि 40 प्रतिशत लोग सुबह उठते ही सबसे पहले अपना फोन देखते हैं तो वहीं 37 प्रतिशत लोग उठने के कुछ देर बाद.