नई दिल्ली: स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं तो हो जाएं सतर्क क्योंकि आपको हो सकता है कैंसर. जी हां एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि 2जी और 3जी सेल फोन में इस्तेमाल होने वाले हाइ लेवल के रेडियो फ्रीक्वेंसी रेडिएशन यानी की RFR आपको दिल, दिमाग और एड्रिनल ग्लैंड में कैंसर के रिस्क को बढ़ा सकते हैं.


रिसर्च का खुलासा अमेरिका के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ के नेशनल टॉक्सिलॉजी प्रोग्राम में किया गया है जहां ये कहा गया कि मोबाइल फोन से निकलने वाले हाई लेवल के रेडियो फ्रीक्वेंसी हमारी पूरी बॉडी में ट्रेवल करते हैं. बता दें कि ये रिसर्च मेल और फीमेल चूहों पर किया गया. लेकिन NTP के रिसर्चर जॉन बकर ने का कि, ' रिसर्च में इस्तेमाल किए अनावरण को हम सीधे उन इंसानों से तुलना नहीं कर सकते जो सेल फोन का इस्तेमाल करते हैं.' बता दें कि रिसर्च के लिए कई सारे जानवरों को रखा गया था.


रिसर्च के लिए RFR ने चूहों के पेट का इस्तेमाल किया तो वहीं उन चूहों पर भी जिनकी उम्र 5 से 6 हफ्ते थी. हालांकि RFR अनावरण को हर 10 मिनट में किया जा रहा था जिसें एक दिन में कुल 9 घंटे तक इस्तेमाल किया गया.


बकर ने आगे कहा कि जो रेडियो फ्रीक्वेंसी रेडिएशन हमने मेल चूहे में देखें वो असली थे. जहां इस बात का आखिरकार खुलासा हो ही गया कि जिन चूहों पर रेडिएशन का इस्तेमाल किया गया उनकी उम्र बढ़ गई. लेकिन इस खुलासे में ये भी कहा गया कि ये इंसानों में अलग हो सकता है तो वहीं इसका असर भी. अमेरिका के फूड और ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने कहा कि जानवरों पर इसका टेस्ट एक अलग मुद्दा है लेकिन इस टेस्ट का मकसद ये नहीं था कि सेल फोन का असर इंसानों पर कितना होता है. इसलिए हम इस टेस्ट की मदद से ये नतीजा नहीं निकाल सकते कि सेल फोन के इस्तेमाल से क्या नुकसान हैं.