नई दिल्ली: शाओमी ने कुछ दिनों पहले उस समय भारतीय मार्केट में धमाल मचा दिया जब कंपनी ने सब-ब्रैंड पोको के अंडर अपना पहला स्मार्टफोन पोको फोन लॉन्च किया. फोन की खास बात इसका प्रोसेसर था जो क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 845 है. 20,999 रुपये की कीमत पर ऐसा प्रोसेसर मिलना नामुमकिन है. हैंडसेट कई अलग वेरिएंट्स में आता है जिसमें अलग तरह के रैम और स्टोरेज शामिल है. लेकिन अब ऐसा लग रहा है जैसे इसके कुछ सीमाओं की वजह से यूजर्स को निराश कर रहा है.


डिवाइस को इस्तेमाल करने पर पाया गया कि स्मार्टफोन कुछ मशहूर स्ट्रिमिंद सर्विस पर वीडियो प्ले नहीं कर सकता. तो वहीं स्मार्टफोन वाइडवाइन एल1 सपोर्ट नहीं करता. जिनको नहीं पता उनको बता दें कि वाइडवाइन अलग अलग डिवाइस पर मौजूद कंटेंट को पायरेट होने से बचाता है. ये एक तीन लेवल सिक्योरिटी है जिसमें एल3, एल2 और एल1 शामिल है. ज्यादातर स्मार्टफोन लेवल 1 और लेवल 3 के सिक्योरिटी को सपोर्ट करते हैं. इसमें सिर्फ एल3 की सर्टिफाइड है. जहां ये सिर्फ स्टैंडर्ड एचडी से कम रेजॉल्यूशन वाले कंटेंटे को ही प्ले करता है. वहीं एल1 की मदद से आप एचडी या उससे ऊपर वाले क्वालिटी वाले वीडियो को प्ले कर सकते हैं.


पोको एफ1 में यही वाइडवाइन एल1 गायब है जिसकी मदद से आप एमेजन, वीडियो, हुलू, बीबीसी और नेटफ्लिक्स पर एचडी वीडियो चलाते हैं. बता दें कि हैंडसेट एल3 जरूर सपोर्ट करता है जिसका मतलब ये हुआ कि आप 540p रेजॉल्यूशन पर वीडियो को चला सकते हैं. लेकिन यहां सोचने वाली बात ये है कि 6.1 इंच वाले एचडी स्क्रीन पर 540 पिक्सल वाले वीडियो देखने का क्या मतलब.


इससे भी बुरा यूजर्स के लिए ये है कि वाइडवाइन एल1 कोई टूल नहीं है जिसे आप डाउनलोड या अगले अपडेट में पा सकते हैं.


शाओमी पोको एफ1 कुछ दिनों पहले ही भारत में यूजर्स के लिए सेल में उपलब्ध हुआ है. हैंडसेट तीन वेरिएंट्स में आता है जिसमें 6 जीबी रैम और 64 जीबी स्टोरेज, 6जीबी/ 128 जीबी और 8जीबी/256 जीबी स्टोरेज वाले वेरिएंट शामिल है. तीनों स्मार्टफोन की कीमत 20,999 रुपये, 23, 999 रुपये और 28,999 रुपये है.