गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई को 7 साल की मासूम ने नौकरी के लिए लिखा खत
नई दिल्ली: सपने देखना इंसान की फितरत है. हर आदमी सपने संजोता है और उसे हकीकत में बदलने की हर कोशिश करता है. सपने की बुनियाद बचपन में ही पड़ी जाती है. यहां बात सात साल की एक बच्ची के सपने की है. जिसने एक खूबसूरत सपने को हकीकत बनाने के लिए गूगल के सीईओ को चिट्टी लिख डाली.
सात साल की क्लो ने गूगल के सीईओ को लिख डाला खत
कुछ ऐसे ही सपने क्लो ब्रिजवाटर नाम की नन्हीं बच्ची ने भी अपने आंखों में संजोएं हैं. क्लो सिर्फ सात की है और वो इंग्लैंड में रहती है. लेकिन इस सात साल की मासूम बच्ची के सपने बड़े हैं. क्लो गूगल बड़ी होकर दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक गूगल में काम करना चाहती है. इस सपने को साकार करने के लिए क्लो मेहनत भी कर रही हैं. अपने इस सपने बारे में क्लो ने गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई को खत तक लिख डाला और नौकरी की मांग की. सबसे खास बात यह रही की इस खत का जवाब भी आया है.
सुंदर पिचई के नाम खत में क्लो ने लिखे अपने ख्वाब
क्लो ब्रिजवाटर नाम की बुलंद हौसले वाली नन्हीं बच्ची ने अपने हाथों से पिचाई को एक खत लिखा. जिसमें उसने लिखा कि वह बड़ी होकर गूगल में काम करना चाहती है. इतना ही नहीं पिचई को लिखे खत में क्लो ने अपनी रूचियों के बारे में भी बताया.
उसने लिखा, ''मैं चॉकलेट फैक्ट्री में भी काम करना चाहती हूं और ओलंपिक में स्वीमिंग करना चाहती हूं. मैं हर मंगलवार और शनिवार को स्विमिंग प्रैक्टिस करने जाती है.'' गूगल के सीईओ को क्लो ने लिखा, ''मुझे कंप्यूटर पसंद है और मेरे पास एक टैबलेट है, जिसमें मैं गेम खेलती हूं. ''
गूगल के सीईओ सुंदर पिचई ने खत का दिया जवाब
जब यह खत सुंदर पिचाई के पास पहुंची तो उन्होंने इसका जवाब दिया. सुंदर ने क्लो को जवाब देते हुए लिखा, ''मुझे यह जानकर खुशी है कि आपको कंप्यूटर और रोबोट्स पसंद है और मैं उम्मीद करता हूं कि आप टेक्नोलॉजी के बारे में सीखना जारी रखेंगी.''
सुंदर पिचई ने क्लो को सलाह देते हुए लिखा, ''अगर आप मेहनत करते हैं तो गूगल में काम करने से लेकर ओलंपिक में स्वीमिगं तक के सपने को हासिल कर सकते हैं. इसके साथ ही सुंदर ने नन्हीं क्लो को लिखा, ''जब आप अपना स्कूल की पढ़ाई खत्म कर लेंगी, मैं आपके जॉब एप्लिकेशन के बारे में सोचूंगा.''
एक खत ने बदल दी क्लो की दुनिया
आपको बता दें कि क्लो के पिता एंडी ब्रिज वाटर ने यह खत इंटरनेट पर शेयर की थी. क्लो के पिता ने बताया कि कुछ साल पहले एक कार दुर्घटना के बाद सात साल की मासूम ने अपना विश्वास खो दिया था. लेकिन सुंदर पिचई के जवाब के बाद उसका खोया हुआ विश्वास वापस आ गया है और उसकी दुनिया बदल गई है.
एंडी ने बताया कि अब क्लो ज्यादा मेहनत से पढ़ाई कर रही है और जल्द से जल्द अपने स्कूल की पढ़ाई खत्म कर लेना चाहती है. ताकि उसे गूगल में काम करने का मौका मिल सके. अब यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा कि क्लो के ख्वाबों का कारवां कहां तक जाता है. लेकिन इस नन्हीं के हौसले बेहद बुलंद मालूम होते है और बुलंद हौसले की बदौलत ही सपनों को हकीकत में तब्दील किया जाता है.