एक महीने के अंदर ट्राई तय करेगा नेट न्यूट्रैलिटी का सिद्धांत
तीन बार खुली बहस और चर्चा के बाद भारतीय दूरसंचार नियामक (ट्राई) का मानना है कि वह नेट न्यूट्रैलिटी पर अपनी सिफारिशें सरकार को एक महीने के भीतर देगा.
नई दिल्ली: तीन बार खुली बहस और चर्चा के बाद भारतीय दूरसंचार नियामक (ट्राई) का मानना है कि वह नेट न्यूट्रैलिटी पर अपनी सिफारिशें सरकार को एक महीने के भीतर देगा. ट्राई के अध्यक्ष आर.एस. शर्मा ने बुधवार को खुली चर्चा के बाद कहा, "मेरा मानना है कि आज की चर्चा बहुत उपयोगी थी. यह सीरीज की तीसरी चर्चा रही, जिसमें नेट न्यूट्रैलिटी पर चर्चा की गई."
उन्होंने कहा, "ट्राई को सरकार को उचित सिफारिशों का प्रस्ताव देने में सक्षम होना चाहिए. उन्होंने नेट न्यूट्रैलिटी के मुद्दे पर सुझाव मांगा है. इसमें एक महीने से ज्यादा नहीं लगना चाहिए. हमारे पास काफी विचार है. इसमें एक महीने से ज्यादा समय नहीं लगना चाहिए."
नेट न्यूट्रैलिटी की बारीकियों पर तीन घंटे तक चर्चा की गई. उन्होंने कहा कि ट्राई सभी अंतर्राष्ट्रीय अनुभवों को देखती है, लेकिन ज्यादा महत्वपूर्ण है कि यह पूरी अवधारणा भारतीय संदर्भ में होनी चाहिए.
उन्होंने कहा, "हम अब नेट न्यूट्रैलिटी के सिद्धांतों को तय करने जा रहे हैं."