नई दिल्ली: दूरसंचार नियामक ट्राई ने टेलीकॉम कंपनियों की वेलकम योजनाओं और बाजार की प्रतिस्पर्धा बिगाड़ने वाली कीमत नीति को लेकर अपनी नीतियों को रिव्यू करने का फैसला किया है. बाजार में हाल ही आने वाली कंपनी रिलायंस जियो और पुरानी टेलीकॉम कंपनियों के बीच विवाद के मद्देनजर यह मुद्दा खास हो गया है.


ट्राई की ‘टैरिफ से जुड़े नियमों’ पर जारी कंसल्टेशन पेपर में इन विवादित मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी.


ट्राई ने अपने बयान में कहा, ‘‘कंसल्टेशन पेपर उभरते मुद्दों और चुनौतियों और फीस (टैरिफ दरों) आकलन के नियामकीय सिद्धांतों से संबंधित है.’’ इसमें पारदर्शिता, प्रमोशनल पेशकश, बाजार खराब नहीं करने वाली कीमत के सिद्धांतों का पालन होगा. बाजार खराब करने वाली कीमत का मतलब है कि बाजार में चल रही प्रतिस्पर्धा को बनाए रखा जाएगा.


ट्राई ने कहा कि इस कंसल्टेशन पेपर का मकसद कई तरह के नियमों को साफ करना होगा. ट्राई ने उद्योग और इससे जुड़े पक्षों से इस विषय में 17 मार्च तक अपने विचार- सुझाव पेश करने को कहा गया है.