नई दिल्ली: भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने बुधवार को नई ब्राडकास्ट टैरिफ व्यवस्था से केबल टीवी और डीटीएच ग्राहकों के बिल में बढ़ोतरी के दावों को खारिज किया और कहा कि नए ढांचे से वास्तव में टीवी का बिल कम होगा. इससे पहले क्रिसिल द्वारा सोमवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया था कि नए नियमों से केबल टीवी और डायरेक्ट-टू-होम (डीटीएच) के ग्राहकों का बिल बढ़ गया है, जिसके बाद ट्राई का यह बयान आया है.
ट्राई के चेयरमैन राम सेवक शर्मा ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि यह रिपोर्ट टीवी डिस्ट्रीब्यूशन बाजार की 'अपर्याप्त समझ' के आधार पर तैयार की गई है और यह गलत है.
ट्राई के एक बयान में कहा गया है, "यह रिपोर्ट अखिल भारतीय स्तर पर शीर्ष चैनलों के चयन के आधार पर टीवी रेटिंग एजेंसी बार्क की केवल एक साप्ताहिक रिपोर्ट के आधार पर तैयार की गई है." ट्राई के सचिव एस. के. गुप्ता ने कहा, "तीन महीनों में हम उम्मीद करते हैं कि विभिन्न चैनलों की कीमत कम होगी."
क्रिसिल की सोमवार की रिपोर्ट में कहा गया, "ट्राई के नए दिशानिर्देशों के तहत नेटवर्क कैपिसिटी फीस (एनसीएफ) और ब्राडकास्टर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स द्वारा घोषित चैनलों की कीमत टेलीविजन चैनल्स के ज्यादातर ग्राहकों के मासिक बिल को बढ़ा सकती है."
ट्राई ने स्पष्ट किया है कि नियमों के तहत सेवा प्रदाता ग्राहकों को नेटवर्क कैपिसिटी फीस में छूट दे सकते हैं या इसे पूरी तरह मुफ्त कर सकते हैं.